तेघड़ा नगर परिषद में मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद पद के लिये होगा घमासान
डीएनबी भारत डेस्क
तेघड़ा नगर परिषद चुनाव के लिये अभ्यर्थियों द्वारा नामांकन की प्रक्रिया जारी है। नामांकन की अंतिम तिथि 19 सितम्बर 2022 है। तेघड़ा नगर परिषद में मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद का पद अनारक्षित महिला के लिये आरक्षित किया गया है। चुनाव को लेकर नगर परिषद क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी काफी तेज हो गयी है। सबसे अधिक घमासान मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद पद के लिये देखा जा रहा है। हालांकि यह पद महिला के लिये आरक्षित होने के कारण पूर्व से ताल ठोक रहे कई लोग इससे वंचित रह गये। अलबत्ता कई लोगों ने अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया। राजनीतिक दलों ने अपने स्तर से उम्मीदवार तय किये हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने मुख्य पार्षद पद के लिये अपने पुराने और कद्दावर नेता भूषण सिंह की धर्मपत्नी मंजूषा देवी को और उप मुख्य पार्षद के लिये पूर्व मुख्य पार्षद नसीमा खातून को अपना उम्मीदवार बनाकर दमदार चुनौती खड़ी कर दी है। वहीं गौड़ा 4 की पूर्व मुखिया सह भाजपा नेत्री शालिनी देवी ने भी मुख्य पार्षद पद के लिये अपनी उम्मीदवारी देकर चुनावी तापमान को बढ़ा दिया है। लोजपा उम्मीदवार के रूप में गौड़ा 3 की पूर्व मुखिया सुशीला देवी ने भी अपने नामांकन का पर्चा दाखिल किया है। पूर्व वार्ड पार्षद कन्हैया कुमार ने भाकपा से विद्रोह कर बागी के रूप में मुख्य पार्षद पद पर अपनी पत्नी सोनाली भारती को उम्मीदवार बनाकर अन्य उम्मीदवारों के लिये चुनौती पेश कर दी है।
पूर्व उप मुख्य पार्षद सुरेश रौशन ने भी मुख्य पार्षद पद पर अपनी उम्मीदवारी देकर अन्य उम्मीदवारों के लिये मुश्किल पैदा कर दिया है। वहीं राजद के जिला महासचिव मकबूल आलम ने अपने परिवार से मुख्य पार्षद पद पर रेहाना खातून को उम्मीदवार बनाया है। मुख्य पार्षद पद के लिये राजद के जिलाध्यक्ष मोहित यादव ने भी अपनी पत्नी औझली देवी को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है। ऐसा देखा जा रहा है कि पद पाने की होड़ में राजनीतिक प्रतिबद्धता तार-तार हो रही है। देखना है नामांकन की अंतिम तिथि तक कितने और उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरते हैं। नाम वापसी की तिथि के बाद ही सही तस्वीर सामने आयेगी और तब पता चलेगा कि चुनाव किस करवट मोड़ लेगा।