‘पापा हो पापा, अब के देखतय हो पापा’, मंसूरचक में बच्चों के करुण क्रंदन से पसीज गया पत्थर का भी सीना
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय के मंसूरचक थाना क्षेत्र के समसा -1 पंचायत के जमालदीपुर के एक मजदुर की पटना में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। मौत की खबर के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। बताया जाता है कि मंसूरचक थाना क्षेत्र के समसा-1 पंचायत के जमालदीपुर गांव निवासी दो सहोदर भाई सुंदेश्वर महतो और हरि महतो पटना में किराये के घर में रहकर राजमिस्त्री और मजदूरी का काम करते थे। जानकारी के मुताबिक शनिवार को दोनों भाई अपने काम से वापस आने के बाद दोनों खाना खाकर सो गए और अगले दिन जब देर तक दोनों ही कमरे से बाहर नहीं निकले तो अन्य लोगों ने कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से जवाब नहीं मिलने पर फिर पुलिस को मामले की सूचना दी। मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो दोनों को बेहोश पाया जिसके बाद दोनों को इलाज के लिए एनएमसीएच पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने एक हरि महतो को मृत घोषित कर दिया वहीँ दूसरे की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
शव गांव पहुंचने के बाद पसरा मातम
मृतक हरि महतो का शव सोमवार शाम को उनके पैतृक गांव लाया गया जिसके बाद परिजन समेत पुरे गांव में मातम का माहौल हो गया। मृतक की पत्नी एवं बच्चे शव को देख दहाड़ें मार मार कर रोने लगे। पत्नी और बच्चे शव से लिपट कर रोते हुए कह रहे थे कि ‘रजबे हो रजबे, पापा हो पापा अब के देखतय हो पापा’ इतना सुनकर उपस्थित लोगों की आंखो में भी आंसू छलक आया। मृतक के माता-पिता का भी रोते-रोते स्थिति बिगड़ रहा था। समसा-1 पंचायत के मुखिया डॉ दिनेश कुमार राय, सरपंच राजीव कुमार, शोभराज महतो अन्य मृतक के घर पर पहुंच कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उक्त लोगो ने कहा कि मृतक अपनी पत्नी, बच्चा के लिए एक मात्र सहारा था जो मजदूरी करके आठ बच्चे, एक पत्नी का भरन-पोषण करता था। अब उसके परिवार के लिए बहुत बड़ी संकट उत्पन्न हो गई है। घटना के संबंध में समाचार प्रेषण तक स्पष्ट नही हो सका है।
बेगूसराय से आशीष भूषण