डायरिया का प्रकोप बढ़ने से आधे दर्जन से अधिक लोग हुआ बिमार, सभी इलाजरत

 

स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी की निष्क्रियता का आरोप लगाया पीड़ित मलिन बस्ती वासीयों ने

सफ़ाई संवेदक, स्थानीय जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी के मिली भगत का हमलोग होते आ रहें हैं शिकार

रविवार को एक बच्चे की मौत के बाद पांव पसारना शुरू कर दिया था डायरिया

डीएनबी भारत डेस्क

नगर परिषद बीहट क्षेत्र अन्तर्गत वार्ड संख्या -23 मलिन बस्ती मोची टोला बीहट में शनिवार को डायरिया ने अपना क़दम रखा। और रविवार को एक बच्चे लक्ष्मण कुमार की जीवन लिल लिया।इसी के साथ वह रविवार से अपना पांव पसारना शुरू कर दिया। और फिर देखते ही देखते आधे दर्जन से अधिक लोगों को अपने चपेटे में ले लिया। मिली जानकारी अनुसार स्थानीय निजी अस्पताल में राजू दास की 30 वर्षीय पत्नी ललिता देवी, गंगा दास की 20 वर्षीय पुत्री रानी कुमारी, राम उदगार दास का 15 वर्षीय पुत्र विकास कुमार, रामप्रवेश दास की 35 वर्षीय पत्नी खुशबू देवी का ईलाज चल रहा है।

तथा राम प्रसाद दास की 45 वर्षीय पत्नी शोभा देवी, तनीक चौधरी का 27 वर्षीय पुत्र सुनील चौधरी और अनिल दास का 13 वर्षीय पुत्री अंकिता कुमारी भी डायरिया के चपेटे में है। वहीं स्थानीय विधायक राम रतन सिंह, ग्रामीण राजू कुमार, कुणाल कुमार, वीरेंद्र कुमार, शिवम् कुमार, राजा कुमार, कुन्दन कुमार, मंटू चौधरी, नीतीश कुमार, नकटू चौधरी, अनिल दास सहित अन्य ने कहा कि इस मामले में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, विकास मित्र, सफाईकर्मी, सफाई संवेदक, स्वच्छता निरीक्षक सहित अधिसूचित पदाधिकारी इस और ध्यान देना तक मुनासिब नहीं समझा।

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वहीं मंगलवार को जानकारी मिलते व मामला बिगड़ता देख स्वास्थ्य विभाग की चिकित्सक टीम, एम्बुलेंस दल ने कमान संभाली और एक एक करके सभी का चिकित्सीय परीक्षण किया। जिसमें पूर्व से बीहट रतन चौक स्थित एक निजी अस्पताल में दाखिल चार मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। साथ ही घर-घर जाकर क्षेत्र में पीड़ित लोगों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया। वहीं घटना की जानकारी पाते ही स्थानीय तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह, थानाध्यक्ष एफसीआई थाना अंजलि कुमारी, चिकित्सक डा राधा कुमारी, डा संगीता कुमारी, डा अर्चना रानी, जीएनएम नितीन कुमार, एएनएम स्मृति कुमारी, स्वास्थ्य कर्मी हिमांशु शेखर, जयंती कुमारी,अमित कुमार, भूषण कुमार, दो एम्बुलेंस दल सहित 15 सदस्यीय टीम ने मौके पर पहूंच स्थिति को नियंत्रण में किया।

चिकित्सक ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम पहूंच कर गहनता से जांच किया और सभी को ओ आर एस पाउडर सहित जरूरत की सभी दवाईयां और सुई लगाया। तथा गम्भीर स्थिति में रही एक बच्ची को बेहतर व समुचित इलाज हेतु समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरौनी के लिए भेज दिया गया। चिकित्सक दल ने माना कि यहां कचरा नहीं बल्कि कचरा डंपिंग यार्ड है।जिस वजह से थोड़ी सी भी गर्मी पड़ने या वर्षा होने पर ऐसी स्थिति उत्पन्न होगी ही। यह चीज़ व्यवस्था से जुड़ा हुआ है इसे संदर्भित अधिसुचित पदाधिकारियों को देखना है।

यहां प्रतिदिन हर दो से तीन घंटे पर गहनता से साफ-सफाई होना चाहिए और जमां हुए कचड़े का उठाव होना चाहिए जो नियमित रूप से नहीं होता दिख रहा है। जिस कारण से ही यहां कचड़े की दो -दो डंपिंग यार्ड बना हुआ है। खासकर उन्होंने चापाकलों के पास जमें हुए गंदे पानी के बहाव करवाते रहने का निर्देश स्थानीय लोगों को दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर ही सामान्य जीवन जिया जा सकता है यहां। बताते चलें कि यह क्षेत्र नप बीहट अन्तर्गत राम-जानकी मंदिर और चांदनी चौक बीहट के बीच एन एच 31 सड़क किनारे पश्चिम तरफ़ से बसा हुआ है।

वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए स्थानीय विधायक राम रतन सिंह ने कहा कि यहां पानी के बहाव का स्थाई समाधान नहीं है, नगर परिषद बीहट द्वारा संवेदक के माध्यम से साफ-सफाई और कचड़े का उठाव कराया जाना होता है जो यहां नहीं होता है और धीरे-धीरे यह कचड़ा का ढेर डंपिंग यार्ड में तब्दील हो गया है। गंदे पानी का अस्थाई तौर पर सेफ्टी टैंक के माध्यम से निकाला जा सकता है।जिसे भी नहीं कराया जाता है। इसमें उतने के दोषी स्थानीय जनप्रतिनिधि और विकास मित्र, सफाई संवेदक और स्वच्छता निरीक्षक सहित अन्य अधिकारी हैं।

वहीं उन्होंने डायरिया से हुए बीहट वार्ड संख्या -23 मोची टोला निवासी 13 वर्षीय लक्ष्मण कुमार के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हम शोक की इस घड़ी में आपके साथ हैं। पहल किया गया है मेडिकल टीम लगातार निकटतम से नज़र बनाए हुए है। सभी को सर्वप्रथम स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए। पर यह लोग भी लापारवाही बरत रहे हैं। यहां एन एच 31 सड़क से उतरते ही बदबू आने लगती है।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

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