जाति आधारित गणना-2022 का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता- डीएम बेगूसराय

जाति आधारित गणना कार्य से संबंधित सभी पदाधिकारी एवं कर्मी को पूरी सजगता, तत्परता एवं सतर्कता के साथ संपादित कराने का निर्देश, जाति आधारित गणना, 2022 के प्रथम चरण के कार्य हेतु प्रशिक्षण का किया गया आयोजन।

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जाति आधारित गणना कार्य से संबंधित सभी पदाधिकारी एवं कर्मी को पूरी सजगता, तत्परता एवं सतर्कता के साथ संपादित कराने का निर्देश, जाति आधारित गणना, 2022 के प्रथम चरण के कार्य हेतु प्रशिक्षण का किया गया आयोजन।

डीएनबी भारत डेस्क 

जिलाधिकारी सह प्रधान गणना पदाधिकारी बेगूसराय रोशन कुशवाहा की उपस्थिति में दिनकर कला भवन में बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के प्रथम चरण के कार्य हेतु सभी चार्ज आधिकारी, सभी सहायक चार्ज अधिकारी, प्रखंड एवं नगर निकायों के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों एवं फील्ड ट्रेनर के लिए एक-दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।

बताते चलें कि प्रथम चरण गणना के कार्य हेतु 24 चार्ज अधिकारी, 18 सहायक चार्ज अधिकारी, 24 वरीय प्रभारी पदाधिकारी तथा 165 फील्ड ट्रेनर की प्रतिनियुक्ति के साथ ही समुचित संख्या में प्रगणकों और पर्यवेक्षकों की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। इस मौके पर जिला पदाधिकारी-सह-प्रधान गणना पदाधिकारी कुशवाहा ने कहा कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 का समयबद्ध एवं त्रुटिरहित तरीके से सफल क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

इसलिए आवश्यक है कि सभी स्टेकहोल्डर्स बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के संबंध में प्राप्त अनुदेशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर इस कार्य का संपादन करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है इसलिए इसकी समयबद्धता, महता एवं अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यों को ससमय एवं सफलतापूर्वक निष्पादन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना से लोक कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं तथा कार्यक्रमों को एक नया आयाम मिलेगा।

अतः सभी गणना कर्मियों को अपने उत्तरदायित्व को पूरी लगन और सत्यनिष्ठा से निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करना होगा। इसी क्रम में उन्होंने यह भी कहा कि गणना कार्य के दौरान जिले के प्रत्येक निवासी महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। इसलिए प्रत्येक निवासी से पूरा आदर और सम्मान से वार्ता कर उनके पूर्ण सहयोग प्राप्त कर गणना कार्यों को सफल बनाएं। जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल गणना अधिकारी, चार्ज अधिकारी एवं वरीय प्रभारी पदाधिकारियों आदि की भूमिका एवं उत्तरदायित्वों के साथ ही गणना की बारीकियों को समझाते हुए कहा कि सरकार द्वारा जातियों से संबंधित वास्तविक आंकड़े प्राप्त करने के उद्देश्य से बिहार में निवास करने वाली सभी जातियों की गणना का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने कहा कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 निम्न दो चरणों में सम्पन्न होगी। प्रथम चरण अंतर्गत मकान सूचीकरण जबकि द्वितीय चरण में वास्तविक गणना कार्य संपन्न किए जाएंगे। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि संक्षिप्त मकान सूची से संबंधित प्रपत्र में मकान सूचीकरण एवं नंबरीकरण के समय परिवारों की मकान सूचना संकलित की जानी है। इस सूचना के आधार पर मकान गणना के कार्य में घर-घर जाकर गणना का कार्य किया जायेगा, ताकि कोई परिवार या घर गणना के कार्य में नहीं छूटे।

प्रथम चरण का कार्य 7-21 जनवरी, 2023 तक संपन्न किया जाना है जबकि जाति आधारित गणना कार्य 31 मई, 2023 तक पूर्ण किया जाना है। बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के दौरान राज्य के सभी व्यक्तियों का जाति आधारित गणना किया जाना है, चाहे वो किसी भी जाति या संप्रदाय के हों। गणना के समय बिहार के वैसे निवासी जो किसी कारणवश राज्य या देश से अस्थायी प्रवास की स्थिति में हों, उनकी भी गणना की जायेगी। किसी भी परिस्थिति में प्रपत्रों अथवा मोबाइल ऐप में उप जाति की प्रविष्टि नहीं की जायेगी।

उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना की ईकाई ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में वार्ड स्तर पर होगी। यदि वार्ड की जनसंख्या 700 या उससे कम होगी तो प्रत्येक वार्ड पर एक गणना ब्लॉक के रूप में निर्धारित किया जाएगा। यदि आबादी 700 से अदिक होगी तो सात सौ के गुणक संख्या अनुरूप उप-गणना ब्लॉक बना जाएगा। लगभग 700 आबादी का कार्य एक प्रगणक को सौंपा गया है। प्रत्येक पंचायत या नगर पालिका या नगर निकाय में यदि किसी वार्ड की आबादी 700 से कम होगी तो वहां एक प्रगणक और 700 से अधिक होने पर क्रमशः उप गणना ब्लॉक बनाते हुए प्रगणकों की नियुक्ति की गई है।

किसी भी परिस्थिति में एक प्रगणक को दो वार्ड का क्षेत्र नहीं दिया गया है। प्रगणक और पर्यवेक्षक गणना के दौरान आंकड़े संग्रहण के लिए जिम्मेदार प्राथमिक गणना कर्मी हैं। प्रत्येक छः (6) प्रगणकों के लिए एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। जाति आधारित गणना के दौरान आर्थिक स्थिति के सर्वेक्षण का भी प्रयास किया जायेगा। गणना के हर एक पहलू को सूक्ष्मता से समझाते हुए उन्होंने कहा कि सभी संबद्ध पदाधिकारियों एवं कर्मियों को जाति आधारित गणना के विभिन्न आयामों एवं अवयवों से पूरी तरह अवगत होना आवश्यक है। सभी चार्ज पदाधिकारी, सहायक चार्ज पदाधिकारी एवं फिल्ड ट्रेनर्स प्रश्नों की प्रकृति सहित सभी बिन्दुओं को अच्छी तरह समझ लें तथा किसी प्रकार की दुविधा की स्थिति में वरीय पदाधिकारियों से जानकारी लेकर समाधान प्राप्त कर लें।

जिला पदाधिकारी ने सभी चार्ज पदाधिकारियों एवं वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को दिनांक 29, 30 एवं 31 दिसंबर, 2022 के दौरान प्रगणकों के लिए जिला स्तर पर आयोजित प्रशिक्षण तथा 02 जनवरी, 2023 को प्रयवेक्षकों के लिए प्रस्तावित प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी संबंधितों का शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों के समुचित प्रशिक्षण से गणना कार्यों को त्रुटिरहित तरीके से संपादन सुनिश्चित किया जा सकेगा। इस दौरान उन्होंने जिले में जाति आधारित गणना, 2022 के सफल संपादन हेतु जिला स्तर पर गठित विभिन्न कुल 09 कोषांगों यथा कार्मिक प्रबंधन कोषांग, प्रिंटिंग कोषांग, प्रशिक्षण कोषांग गणना किट प्रबंधन एवं सामग्री कोषांग, आई.टी. कोषांग, विधि- व्यवस्था प्रबंधन कोषांग, वित्तीय प्रबंधन कोषांग, अनुश्रवण कोषांग तथा प्रचार-प्रसार कोषांग के सभी नोडल पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों को भी अपने-अपने उत्तरदायित्वों का गंभीरतापूर्वक निष्पादन करने का निर्देश दिया।

प्रशिक्षण के दौरान चार्ज, गणना ब्लॉक / उप-गणना ब्लॉक के निर्धारण, विभिन्न प्रकार के प्रपत्रों का परिचय एवं उनके प्रारूप, मकान नंबरीकरण एवं संक्षिप्त मकान सूची कती तैयारी, परिभाषिक शब्दावली, प्रगणक तथा पर्यवेक्षक नक्शा की तैयारी आदि से संबंधित विषयों पर विस्तारपूर्वक जानकारी देने के साथ-साथ जाति आधारित गणना के क्रियान्वयन में ‘क्या करें, क्या न करें’ के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई, जो निम्नवत है-

क्या अवश्य करें

1. कृपया अपने आप को जाति आधारित गणना के विभिन्न आयामों / अवयवों से पूरी तरह अवगत करा लें और यह सुनिश्चित कर लें कि इस कार्य से जुड़ी सभी प्रकार की कार्रवाई ससमय पूर्ण कर ली जायेगी।

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2. प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूरी सजगता से भाग लें और सभी बिन्दुओं को सही-सही समझने का प्रयास करें। किसी प्रकार की दुविधा की स्थिति में प्रश्न अवश्य पूछें।

3. क्षेत्र में कार्य प्रारंभ करने से पूर्व गणना कर्मी को आवश्यक सामग्री उपलब्ध करा दी जाय और प्रत्येक गणना कर्मी सभी आवश्यक सामग्री निश्चित रूप से प्राप्त कर लें।

4. कृपया फील्ड वर्क के समय अपना परिचय पत्र जरूर साथ ले जाएं और उसे प्रदर्शित रखें।

5. गणना कार्य में जाते समय सर्वप्रथम गणना ब्लॉक / उप गणना ब्लॉक की पूर्ण पहचान कर लें। यदि इस संबंध में किसी तरह की परेशानी हो तो तत्काल उच्च अधिकारी से सहायता प्राप्त करें।

6. गणना कार्य में प्रत्येक निवासी सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है। इसलिए प्रत्येक निवासी से पूरा आदर और सम्मान से वार्ता की जानी चाहिए क्योंकि उनके पूर्ण सहयोग पर ही आपके गणना कार्य की सफलता निर्भर है।

7. प्रपत्र इत्यादि के भरने हेतु काले रंग का बॉल पेन का उपयोग किया जाना अनिवार्य है। जेल / इंक वाली कलम का प्रयोग वर्जित है।

8. प्रपत्रों में अंक भरते समय अंक पद्धति का प्रयोग अनिवार्य है।

9. प्रपत्र पर अंक भरते समय पूरी सतर्कता बरती जाय कि अंकों को बताये गये रूप में इस प्रकार भरा जाय कि अंक बॉक्स के केन्द्र में अंकित हो।

10. गणना क्षेत्र के प्रत्येक भवन एवं मकान चाहे वो पूर्ण आवासीय हों, आंशिक आवासीय हों या गैर आवासीय हों, का भ्रमण गणना कर्मियों द्वारा किया जाना अनिवार्य है।

11. प्रपत्रों में लोकेशन कोड एवं अन्य कोड भरते समय पूरी सतर्कता बरती जाय तथा सुनिश्चित किया जाय कि कोड डायरेक्टरी में अंकित उस क्षेत्र/प्रश्न से संबंधित कोड ही भरे गए हैं।

क्या न करें

1. प्रपत्रों को किसी भी परिस्थिति में न मोड़ें और न गोल बनाकर उसमें रबड़ लगाया करें।

2. प्रपत्रों पर ओवरराइटिंग न करें, इसलिए प्रपत्रों पर प्रविष्टि करने के पूर्व सादा कागज पर सूचना नोट कर लें और सही करने के उपरांत ही प्रपत्रों पर सूचना की प्रविष्टि करें।

3. प्रपत्रों पर किसी भी अन्य प्रकार का कोई चिन्ह / मार्क नहीं अंकित करें।

इस अवसर पर अपर समाहर्ता राजेश कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त सुशांत कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मुकेश कुमार सिन्हा, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी विजय कुमार सिंह, जिला आपूर्ति पदाधिकारी सोमनाथ सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी बेगूसराय सदर रामानुज प्रसाद सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी तेघड़ा राकेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी मंझौल मुकेश कुमार सहित जाति आधारित गणना हेतु गठित विभिन्न कोषांगों के नोडल पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी कर्मी आदि मौजूद थे।

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