बिहार के विभिन्न हिस्से में बिहार पुलिस के कर्मी आत्महत्या करने को मजबूर हैं  सरकार इसकी निष्पक्ष जाँच करें – जमशेद आदिल सोनू

डीएनबी भारत डेस्क

समस्तीपुर:वारिसनगर विधानसभा छेत्र के मथुरापुर निवासी युवा नेता सह जन सुराज स्टेट वर्किंग कमेटी के सदस्य जमशेद आदिल सोनू ने कहा आये दिन बिहार के विभिन्न हिस्से में बिहार पुलिस के कर्मी आत्महत्या करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा आखिर क्या वजह है कि बिहार पुलिसकर्मी आत्महत्या कर रहे हैं, सरकार इसकी निष्पक्ष जाँच करें। जमशेद आदिल सोनू ने कहा पटना में बिहार पुलिस के एक सहायक दारोगा ने आत्महत्या कर ली है।

गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित ट्रैफिक संचालन कार्यालय एकता भवन के बैरक में शनिवार की सुबह एएसआई ने पिस्टल से सिर में गोली मार ली। मृत एएसआई की पहचान अजीत सिंह के रूप में की गई है। मृतक पुलिस लाइन में तैनात था और एकता भवन में उसकी लाश मिली है। इस घटना से पुलिस महकमे में सनसनी फैली हुई है। उन्होंने कहा घटना की सूचना मिलने पर गांधी मैदान थाना पुलिस आनन फानन में घटना स्थल पर पहुंची।

पटना की सेंट्रल एसपी स्वीटी सेहरावत भी मौके पर पहुंच गई और उनके नेतृत्व में पुलिस की टीम कांड की जांच कर रही है। पटना पुलिस के वरीय पदाधिकारी भी मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने क्यों आत्महत्या की। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। जानकारी के मुताबिक एएसआई अजीत पुलिस लाइन में तैनात थे। अजीत सिंह भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र के बड़कागांव के रहने वाले थे।

घटना की जानकारी के बाद गांधी मैदान पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच जांच में जुटी हुई थी। आत्महत्या के कारणों को लेकर अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस बैरक में जहां एएसआई अजित सिंह की लाश मिली वहां कई बेड लगे हैं। बैरक में एक साथ बहुत सारे पुलिस कर्मी रहते हैं। वरिय पदाधिकारियों के द्वारा उन सबों से पूछताछ कर मामले में जानकारी जुटाई जा रही है। एफएसएल की टीम घटना स्थल की जांच कर रही है ताकि कारगर साक्ष्य जुटाए जा सकें।

जमशेद आदिल ने कहा इससे पहले दो दिन पहले समस्तीपुर महिला सिपाही वंदना सिंह ने आत्महत्या कर ली थी तो सीतामढ़ी में भी एक थानाध्यक्ष ने खुदकुशी कर ली थी। इंस्पेक्टर कुन्दन कुमार ने अपने सरकारी आवास में फांसी लगा लिया था। उन्होंने सरकार से मांग किया कि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए गम्भीरता से विचार कर कमिटी गठित करें।

समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट

- Sponsored -

- Sponsored -