डीएनबी भारत डेस्क
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्री नारायण यादव की धर्मपत्नी के द्वादश कर्म में शामिल होने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव राजेंद्र पुल पर लगे हाइट गेज में लगभग 20 मिनट तक फंसे रहे। इस बीच उनकी सुरक्षा को लेकर अफरा तफरी मची रही। जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सड़क मार्ग के रास्ते अपने विशेष वाहन ट्रैवलर के माध्यम से पूर्व मंत्री श्री नारायण यादव की धर्मपत्नी के द्वादश कर्म में शामिल होने साहेबपुर कमाल जा रहे थे। इसी क्रम में हथिदह छोड़ से हाइट गेज पार करते हुए राजेंद्र पुल के रास्ते सिमरिया की ओर आगे बढ़ रहा था।
ज्योंहि उनकी गाड़ी सिमरिया छोर पर लगे हाइट गेज को पार कर रही थी कि उनकी गाड़ी हाईटगेक में फंस गयी। गाड़ी के हाइट गेज में फंसने के बाद उनके सुरक्षाकर्मी काफी मुस्तैद हो गए । वहीं उनके स्वागत के लिए सिमरिया छोर पर खड़े सैकड़ो कार्यकर्ता भी परेशान हो गए। उनके स्वागत के लिए खड़े राजद नेता डॉ तनवीर हसन, विधान पार्षद उषा सहनी और स्थानीय प्रशासन और ओपी अध्यक्ष नीरज कुमार चौधरी की पहल पर हाइट गेज को हटाया गया और उनकी गाड़ी को जीरो माइल की तरफ आगे बढ़ाया गया। इस बीच उनके स्वागत के लिए खड़े राजद कार्यकर्त्ताओं में काफी जोश देखा जा रहा था।
वहीं दूसरी तरफ सवाल यह भी उठता है कि हथिदह छोड़ पर लगे हाइट गेज से पार हो जाने वाली गाड़ी सिमरिया छोर पर लगे हाइटगेज में कैसे फंस गयी। इससे साफ अंतर है कि दोनों छोर पर ऊंचाई का ध्यान नहीं रखा गया है। वहीं दूसरी तरफ स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा दिन के 3 बजे से ही अपने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के स्वागत के लिए कतारबद्ध खड़े थे। हालांकि सुरक्षा के दृष्टिकोण से कार्यकर्ताओं को लालू प्रसाद यादव से मिलने नहीं दिया गया। कार्यकर्ताओं ने खिड़की से ही अपने नेता का सम्मान फूल माला से किया। जबकि उनके कुछ देर बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का भी सम्मान स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा गर्मजोशी से किया गया
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट