बालासोर ट्रेन हादसा में बेगूसराय के 06 मजदूर घायल, 04 मजदूर सदर अस्पताल बेगूसराय में इलाजरत
ग्रामीणों के अर्थिक सहयोग से 36 हजार में एंबुलेंस कर 4 मजदूर पहुंचे बेगूसराय सदर अस्पताल, 02 मजदूर का घटनास्थल क्षेत्र के पास ही इलाज हो रहा है।
ग्रामीणों के अर्थिक सहयोग से 36 हजार में एंबुलेंस कर 4 मजदूर पहुंचे बेगूसराय सदर अस्पताल, 02 मजदूर का घटनास्थल क्षेत्र के पास ही इलाज हो रहा है।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय से जा रहे 6 मजदूर ओडिशा के बालासोर में भीषण रेल हादसे में शिकार होकर गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जख्मी हालत में चार युवक को बेगूसराय सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया जहां सभी इलाजरात है। अन्य जख्मी का इलाज उसी जगह चल रहा है। इस हादसे की जानकारी परिजनों को मिली तो परिजनों में हाहाकार और कोहराम मच गया।
सभी जख्मियों में मुफस्सिल थाना की चिलमिल पंचायत के हरदिया गांव निवासी मो आफताब का 18 वर्षीय पुत्र मो नसरूल्लाह, मो हारूण का 23 वर्षीय पुत्र मो हैदर व मो कौशर का 18 वर्षीय पुत्र मो आलिया के अलावा चिलमिल गांव निवासी मो अख्तर का पुत्र मो रहमुल्लाह व मो रुस्तम का पुत्र मोहम्मद अखलाक शामिल है।
घायल मजदूर ने बताया कि बेगूसराय के बरौनी स्टेशन से गंगासागर एक्सप्रेस ट्रेन से हावड़ा गए थे। हावड़ा से ट्रेन पकड़ कर शालीमार गए थे। शालीमार से ट्रेन पकड़कर चेन्नई एक्सप्रेस चेन्नई जा रहे थे। तभी अचानक भीषण रेल हादसा रास्ते में ही हो गया गया। उसने बताया कि जब हादसा हुआ था। उस समय ऐसा दृश्य था जो कि चारों तरफ लाश ही नजर आ रहा था। कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें।
उन्होंने बताया कि जिस ट्रेन में हम लोग सवार थे उस ट्रेन का बोगी तकरीबन 6 पलटी खाया और उस उस ट्रेन के अंदर जो भी व्यक्ति थे। सभी की मौतें हो चुकी थी। और यह मौत का मंजर देखकर मुझे कुछ समझ में नहीं आ पा रहा था कि हम क्या करें। उन्होंने बताया कि उस बोगी में बच्चे की मौत और लाश देखकर कुछ देर के लिए हम लोग भी बेहोश हो गए हैं। उन्होंने बताया कि जिस बोगी में हम लोग थे उस बोगी में तकरीबन सभी की यात्री की मौत हो चुकी थी।
किसी तरह ट्रेन का शीशा तोड़कर हम लोग बोगी से किसी तरह बाहर निकले। आखिरकार गांव के लोग चंदा कर वहां से 36 हजार में एंबुलेंस बुक करा कर हमलोगों को बेगूसराय लाया गया। जहां सदर अस्पताल में सभी चारों घायल व्यक्ति का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि बेगूसराय से 6 मजदूर मजदूरी करने के लिए चेन्नई जा रहे थे। तभी रास्ते में रेल भीषण हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि दो व्यक्ति का इलाज उसी जगह हो रहा है।
चिलमिल ग्राम कचहरी के सरपंच प्रतिनिधि मो आजाद ने बताया कि ये लोग मजदूरी की तलाश में चेन्नई जा रहे थे। और हरदिया व चिलमिल गांव से सभी मजदूर पहले बरौनी स्टेशन पहुंचे थे बरौनी स्टेशन पर गंगासागर एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर हावड़ा पहुंचे थे। फिर हाबड़ा ट्रेन पर सवार होकर चेन्नई जा रहे थे कि रास्ते में ट्रेन हादसे के शिकार हो गया। गनीमत रही कि इस रेल हादसे में सैंकड़ों मौत के बीच ये लोग जख्मी हो गए लेकिन जान बच गई।
जख्मी ने बताया कि हावड़ा से ट्रेन में सवार होकर 5 घंटे सफर ही किया था कि अचानक ट्रेन ने झटका दिया और देखते ही देखते ट्रेन पलट गई। उसने बताया कि किसी तरह खिड़की के दरवाजे तोड़कर बोगी से बाहर निकला और सभी अपनों को ढूंढने में लगे रहे जहां 6 मजदूरों में 4 मिल गए लेकिन घंटो ढूंढने के बाद पता चला कि गंभीर रूप से दो जख्मी मित्र को स्थानीय एंबुलेंस के द्वारा इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार बबलू