डीएनबी भारत डेस्क
विलुप्त हो रही दंगल को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से बिहार शरीफ के मनीराम अखाड़ा पर न्यास समिति द्वारा दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें न केवल भारत विभिन्न प्रदेशों के बल्कि नेपाल के भी पहलवानों ने हिस्सा लिया। दरअसल बाबा मनीराम कुश्ती के शौकीन थे और वे इसी स्थल पर दंगल का आयोजन करवाया करते थे। मगर यह परंपरा बिल्कुल ही विलुप्त हो गई थी जिसे पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है।
अखाड़ा न्यास समिति के उपाध्यक्ष अमरकांत भारती ने बताया कि वर्तमान परिवेश में बच्चे मोबाइल और फेसबुक की दुनिया में चले गए हैं। ऐसे परिवेश में लोगों को मोबाइल और फेसबुक की दुनिया से बाहर निकल कर अपने मानसिक और शारीरिक विकास पर ध्यान देना चाहिए। शारीरिक विकास के लिए दंगल एक बेहतर माध्यम है। उन्होंने कहा कि बाबा मनीराम भी यही कहते थे की इंसान के फिट रहने के लिए कुश्ती बहुत जरूरी है।
नालंदा से ऋषिकेश