स्वच्छता में बिहार का पहला स्थान लाने वाले विद्यालय का हाल,नवनियुक्त प्रधानाध्यापिका को योगदान देने से रोका

मैं विद्यालय में योगदान देने आई तो ग्रामीण और छात्र छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और मुझे योगदान करने नहीं दिया। मुझे विद्यालय के अंदर भी प्रवेश करने नहीं दिया गया, यहाँ से नहीं भागती तो कुछ भी हो सकता था – नवनियुक्त प्रधानाध्यापिका पुष्पा कुमारी

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय मे उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बदलपुरा में आज उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब शिक्षा विभाग के आदेशानुसार उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बदलपुरा में योगदान देने आई नवनियुक्त प्रधानाध्यापिका पुष्पा कुमारी का छात्र-छात्राओं एवं ग्रामीण अभिभावकों जमकर विरोध किया.

इस दौरान छात्रों ने गो बैक के नारे लगाए वहीं विद्यालय के टीचर और अन्य कर्मी चुप चाप इस नजारे को देखते रहे. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने घंटों हो हंगामा किया . छात्रों के इस हो हंगामे को देखते हुए पुष्पा कुमारी किसी तरह वहां से निकली.इस दौरान उन्हें योगदान से बंचित रहना पड़ा।

बताते चले कि यह वही विद्यालय है जिसे राज्य मे स्वच्छता के लिए पहला स्थान मिला था. ग्रामीण एवं छात्र-छात्राओं के हाई वोल्टेज ड्रामा और उग्र प्रदर्शन को देखते हुए योगदान देने आई प्रधानाध्यापिका को बैरंग वापस लौट गए और इसे सुनियोजित साजिश करार दिया.

इस घटना को लेकर नव नियुक्त प्रधानाध्यापिका पुष्पा कुमारी ने बताया कि मैं बीपीएससी से प्रधानाध्यापिका के पद पर चयनित हुई हूं। विभाग के द्वारा मुझे उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बदलपुरा का प्रधानाध्यापिका बनाया गया है। विभागीय आदेश के आलोक में मंगलवार को जब मैं विद्यालय में योगदान देने आई तो ग्रामीण और छात्र छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। और मुझे योगदान करने नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि मुझे विद्यालय के अंदर भी प्रवेश करने नहीं दिया। पुष्पा कुमारी ने बताया कि अगर वो यहाँ से नहीं भागती तो कुछ भी हो सकता था. वही छात्रों ने बताया कि कंचन कुमारी इस विद्यालय को राज्य स्तर पर सम्मानित करवा चुकी है। विद्यालय की विधि व्यवस्था उनके नेतृत्व में बेहतर है छात्र-छात्राएं उनसे बहुत अधिक प्यार करती है। विद्यालय का पठन-पाठन उच्च कोटि का है।

कंचन कुमारी को हटाकर पुष्पा कुमारी को विद्यालय का प्रधानाध्यापिका बनाया जाता है तो विद्यालय की विधि व्यवस्था चौपट हो जाएगी इसलिए हम लोग नए प्रधानाध्यापक को विद्यालय में योगदान करने नहीं देंगे। अगर उन्हें योगदान करना है तो टीचर के रूप मे करे अन्यथा वो लोग उन्हें यहाँ योगदान करने नहीं देंगे.

बेगूसराय संवादाता सुमित कुमार बबलू की रिपोर्ट