विराट शिव गुरु महोत्सव का हुआ आयोजन।
जगतगुरु शिव जीवन जीने की कला सिखाती है।।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय, बीहट : ज़ीरोमाइल स्थित फर्टिलाईजार् टाॅनसीप के प्रांगन में गुरुवार को विराट शिव गरू महोत्सव आयोजित किया गया। जहां श्रद्धालुओं की भीड़ के सामने मैदान घुटने टेक दिया वह काफी छोटा पर गया लाखों लाखों की तादाद में पहूंचे शिव शिष्य परिवार के आगे। वहीं इस पावन अवसर पर नगर परिषद बीहट की मुख्य पार्षद बबिता देवी ने विराट शिव गुरु महोत्सव के मुख्य प्रवचन कर्ता अभिनव आनंद जी उर्फ़ मोनू भैया को बुके देकर उनका भव्य स्वागत की।
शिव गुरु महोत्सव के मुख्य प्रवचन कर्ता अभिनव आनंद उर्फ़ मोनू भैया ने विराट शिव गुरु महोत्सव में बेगूसराय जिला समेत अन्य ज़िलों से आये लाखों शिव भक्तों को शिव गुरु पर चर्चा करते हुए शिव गुरु महोत्सव के माध्यम से कहा शिव जगतगुरु हैं अतएव जगत का एक एक व्यक्ति चाहे वह किसी धर्म, जाति, सम्प्रदाय, का हो शिव को अपना गुरु बना सकता है। शिव का शिष्य होने के लिए किसी पारंपारिक औपचारिकता अथवा दीक्षा कि आवश्यकता नहीं है। केवल यह विचार कि शिव मेरे गुरु हैं। शिव कि शिष्यता कि स्वमेव शुरुआत कर्ता है।
इसी विचार का स्थाई होना हमको आपको शिव का शिष्य बनाता है। शिव को अपना गुरु मनाने कि बात का प्रारंभ 1982 के उतरार्ध से बिहार के मधेपुरा ज़िलें के उप समाहर्ता के रूप में पदस्थापित थे। वर्ष 1990 से शिव का शिष्य बनने और बनाने कि चर्चा धीरे धीरे कमरे से बाहर प्रारंभ हुयी, जो आज देश विदेश में व्यापक होती चली जा रही है। शिव को अपना गुरु बनाने के लिए साहब श्री हरिंद्रानंद जी द्वारा तीन सूत्र बताए गये हैं। पहला सूत्र हे शिव आप मेरे गुरु हैं, मुझ पर दया करिए।
यह मुक संवाद अपने गुरु शिव को सम्प्रेषित किया जाय। दुसरा सूत्र दूसरों से शिव गुरु हैं, इसकी चर्चा करनी है और उन्हें शिव को गुरु मनाने हेतु प्रेरित करना है।तीसरा सूत्र अपने गुरु शिव को अपना प्रणाम निवेदित करना है। मौके पर राजू भाई, अजय कुमार, सुबोध मिश्र, राजीव कुमार, अशोक कुमार ,धर्मेंद्र कुमार लालबाबु पासवान, संजय कुमार चौधरी, अवधेश पंडित, राजेंद्र राम, मनोज कुमार पोद्दार, कुणाल कुमार, रामानंद प्रसाद अजय कुमार रंजीत शर्मा दिलीप कुमार समेत लाखों लाख शिव भक्त शामिल हुए।
बेगूसराय बीहट संवादाता धर्मवीर कुमार