समस्तीपुर: विरासत संरक्षण में युवा पीढ़ी में जागरूकता आवश्यक है-प्रो०एन.के.अग्रवाल

 

समस्तीपुर के मौलाना मज़हरूक हक टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज,मथुरापुर, समस्तीपुर में इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल नेशनल हेरिटेज, दरभंगा चैप्टर द्वारा नेशनल हेरिटेज क्विज 2023 का आयोजन किया गया

डीएनबी भारत डेस्क

विरासत का संरक्षण आवश्यक है। विरासत हमारी पहचान है। हमारी संस्कृति विश्व में उत्तम रही है। इसका संरक्षण और संवर्धन कर हम विश्व में अपनी पहचान को बनाए रख सकते हैं। विश्व गुरु के रूप में स्थापित हो सकते हैं। इसमें युवाओं और बच्चों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उनको जागरूक कर विरासत संरक्षण किया जा सकता है। उक्त बातें आज इंटेक नेशनल हेरिटेज क्विज 2023 के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रोफेसर एन० के० अग्रवाल ने कही। आज दिनांक 14.10.2023 को समस्तीपुर के मौलाना मज़हरूक हक टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, मथुरापुर, समस्तीपुर में इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल नेशनल हेरिटेज, दरभंगा चैप्टर द्वारा नेशनल हेरिटेज क्विज 2023 का आयोजन किया गया था।

इस कार्यक्रम का उद्घधाटन इंटेक दरभंगा चैप्टर के संयोजक प्रो० एन० के० अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि भारत में विरासत जागरूकता और संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए 27 जनवरी, 1984 को इंटेक की स्थापना की गई थी।आज इंटेक दुनिया के सबसे बड़े विरासत संगठनों में एक माना जाता है, देशभर में इसके 200 से अधिक चैप्टर है। इसके द्वारा प्राकृतिक और निर्मित विरासत के संरक्षण का काम किया जा रहा है। इंटेक का मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह वास्तुकला विरासत, प्राकृतिक विरासत,कला और भौतिक विरासत,अमूर्त सांस्कृतिक विरासत,विरासत शिक्षा और संचार सेवा, शिल्प और सामुदायिक सेल, अध्याय, इंटेक विरासत अकादमी, विरासत पर्यटन जैसे विभिन्न प्रभागो के माध्यम से संचालित होता है।

इंटेक की डॉक्यूमएंट्री फिल्म “दी ब्लैक पाटरी ऑफ निजामाबाद” ने हेरिटेज फिल्म में “निर्देशक विशेष पुरस्कार” जीता। इंटेक ने राष्ट्रपति भवन में रखी कला वस्तुओ के संरक्षण का काम किया है। दरभंगा चैप्टर की शुरुवात 2016 में की गई थी। इसकी स्थापना से अबतक कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। पहली बार समस्तीपुर में इसका आयोजन किया गया है। इंटेक नेशनल हेरिटेज क्विज 2023 का आयोजन बच्चो में विरासत के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए किया गया है। क्विज भारत की विरासत और संस्कृति पर आधारित है और इससे स्कूली बच्चों के बीच हमारे गौरवशाली राष्ट्र के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसमें हाई स्कूल के छात्रों को शामिल किया गया है। इसमें पहले लिखित राउंड कराया गया।

प्रश्न भारत की विरासत के साथ साथ राज्य और शहर की विरासत पर आधारित है। इसके बाद मौखिक राउंड कराया गया। इसके लिए शहर के 12 स्कूल को बुलाया गया था। इसमें होली मिशन हाई स्कूल, समस्तीपुर के 23 विद्यार्थी, दिल्ली पब्लिक स्कूल, मुक्तापुर के 12, ए० वाई० इंटरनेशनल स्कूल, रेबरा, समस्तीपुर का 49 , गर्ल्स हाई स्कूल काशीपुर , समस्तीपुर के 16,  प्लस वन मिल्लत एकेडमी, समस्तीपुर का 16, यू एम एस अकबरपुर समस्तीपुर का 09, मॉडल इंटर स्कूल ,बहादुरपुर , समस्तीपुर का 15, एस आई के एस आई डी गर्ल्स हाई स्कूल, घोष लेन ,समस्तीपुर के 33, प्लस टू गर्ल्स हाई स्कूल, समस्तीपुर के चार छात्र-छात्राओं ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। इस प्रकार कुल 174 छात्र-छात्राओं ने गूगल फॉर्म जमा किया था परंतु इस कार्यक्रम में 133 छात्र-छात्राओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

मौलाना मजहरूल हक टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज , मथुरापुर समस्तीपुर के प्राचार्य डॉ अंजुम वारिस ने कहा कि छात्र-छात्राओं को अपने धरोहर का ध्यान रखना चाहिए और दूसरो को भी जागरूक करने की दिशा में काम करना चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित मौलाना मजहरूल हक टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के सचिव मो० अबू सईद ने कहा कि हमारा महाविद्यालय हमेशा समाज सेवा पर ध्यान केंद्रित कर काम करता है। हमारे छात्र छात्रा हमेशा समाजपयोगी कार्य में लगे रहते हैं। उन्होंने प्रो० अग्रवाल को यह कार्यक्रम कराए जाने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के श्री अशोक कुमार अकेला, जितेंद्र कुमार, अंकित कुमार, गौतम गोविंद, रुखसंदा यासमीन, जुल्फिकार आलम, रंजन कुमार, राम शंकर राय, अवधेश कुमार राय, प्रशांत कुमार आदि ने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विभिन्न संस्थान के अन्य शिक्षक, निदेशक, प्रधानाचार्य आदि भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट