कुढ़नी की महान जनता को साधुवाद, वोटरों ने महागठबंधन सरकार को पूरी तरह नकारा। बिहार की आम जनता असहाय, सरकार बनी मूक दर्शक। उपलब्धि के नाम पर सरकार की नाकामी का ढेर- विजय कुमार सिन्हा
डीएनबी भारत डेस्क
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कुढ़नी उपचुनाव में भारी संख्या में मतदाताओं द्वारा घर से बाहर निकलकर वोट देने हेतु उन्हे साधुवाद दिया है। उन्होंने कहा कि कुढ़नी की जनता ने महागठबंधन सरकार को पूरी तरह नकार दिया है। सिन्हा ने कहा की सरकार के 100 दिन से अधिक की उपलब्धि यही है कि बिहार में हत्या, लूट, अपहरण एवं बलात्कार की बाढ़ आ गई है। राज्य सरकार असहाय होकर देख रही है। राज्य में इन अपराधिक वारदाताओ से लोगों का जीना दूभर हो गया है। इतने दिनों में राज्य में लगभग 1000 लोगों से ज्यादा को गोली मारा गया, लगभग 100 से ज्यादा कमजोर तबके के महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। अनगिनत व्यापारियों को लूटा गया।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राज्य की पुलिस बल दारू और बालू के फेर में फंस चुकी है। मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि पुलिस अच्छा काम कर रही है। अच्छे काम का यही मतलब है कि अपनी मूल जिम्मेवारी को दरकिनार कर दूसरे काम में लगा दिया जाए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य में सभी क्षेत्रों के माफिया महागठबंधन सरकार के बनते ही सक्रिय हो गए हैं।उन्हें कानून का कोई डर नहीं रह गया है। उनके रोल मॉडल महागठबंधन सरकार के बाहुबली मंत्री है। उन्होंने कहा कि राज्य की बेलगाम नौकरशाही और भ्रष्ट पदाधिकारियों ने नागरिकों को जीना मुश्किल कर दिया है। सभी जन कल्याण योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी जनता की समस्याओं का समाधान एक खानापूर्ति बनकर रह गया है।
राज्य के अस्पताल का हाल यही है कि मुख्यालय से रोज नया फरमान जारी होने के बावजूद अस्पताल में चिकित्सा सुविधा, गंदगी का अंबार और गरीबों मरीजों की समस्या के सुधार हेतु कोई कदम नहीं उठाया जा रहा हैं। मंत्री के स्वास्थ्य मंत्री ने 60 दिनों का टास्क विभाग को दिया था, जो फुस्स हो गया। पांच- पांच विभागों का मंत्री बनाकर मुख्यमंत्री धृतराष्ट्र की तरह पंगु बनते बिहार को देखे रहे है। सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अपनी पीठ खुद थपथपा रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने का झूठा सपना देखते देखते ये सत्य को पहचान नहीं पा रहे हैं।
सरफराज आलम