डीएनबी भारत डेस्क
मंगलवार की शाम राजकीय कल्पवास मेला के कल्पवासियों लिए काफी कष्टदायी रहा। शाम को आई अचानक तूफान और बारिश ने पूरे मेला क्षेत्र का स्वरूप ही विकृत कर दिया। तेज बारिश और आंधी के कारण कल्पवासियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। जबकि गंगा महाआरती के लिए बनाया गया पंडाल भी धराशायी हो गया। जिसके कारण मंगलवार की शाम से विशेष रूप से शुरू होने वाला गंगा महाआरती भी एक दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया। इस सम्बंध में कुंभ सेवा समिति के महासचिव सह पूर्व विधान पार्षद रजनीश कुमार ने बताया कि
बारिश की वजह से 11 अक्टूबर से शुरू होने वाली गंगा महाआरती टल गयी है। गंगा महाआरती के लिए बनाए गए टेंट-पंडाल व मंच को तेज बारिश व हवा आने की वजह से पंडाल धड़ासाई हो गया है। इस वजह से मंगलवार को महाआरती शुरू नहीं हो सकेगा। पंडाल को फिर से खड़ा करने में समय लगेगा। विदित हो कि कल्पवास मेला में मंगलवार के दिन तक लगभग 20 हजार से अधिक कल्पवासी मेला क्षेत्र में पहुंच चुके हैं। बारिस की वजह से जहां कल्पवासियों के लिए कठिनाइयों का दिन रहा। वहीं कल्पवास मेला क्षेत्र की सड़कों पर कीचड़ हो जाने से लोगों का चलना मुश्किल हो गया।
बेगूसराय से धर्मवीर कुमार