डीएनबी भारत डेस्क
मकर सक्रांति को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में दूध की मांग बढ़ गई है। मकर संक्रांति को लेकर नालंदा के लोगों को दूध-दही की किल्लत नहीं होगी। सुधा का नालंदा डेयरी ने इस बार संक्रांति के लिए दूध-दही की पर्याप्त व्यवस्था की है। नालंदा डेयरी के सीईओ प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि मकर संक्रांति को देखते हुए 6 लाख लीटर दूध की बिक्री का लक्ष्य रखा है ताकि जो लोग घर में दही जमाना चाहते हैं उन्हें आसानी से दूध उपलब्ध हो जाए। उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति के पूर्व सवा पांच लाख लीटर दूध की आपूर्ति प्रतिदिन की जा रही थी लेकिन मकर सक्रांति पर्व को ध्यान में रखते हुए नालंदा डेयरी ने दूध के आपूर्ति की क्षमता बढ़ाई गई है।
नालंदा डेयरी की तरफ से जमा जमाया दही खरीदने वाले लोगों के लिए विशेष प्रबंध की है। नालंदा डेयरी ने लगभग 40 हजार किलो से अधिक दही बिक्री की तैयारी कर ली है। उन्होंने बताया कि सुधा का दही 200, 400 ग्राम के साथ 1 लीटर, 2 लीटर, 5 लीटर एवं 15 लीटर का दही बाजारों में उपलब्ध है। इसके अलावा तिलकुट भी सुधा के काउंटर पर उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि दूध एवं दही की किल्लत ना इसके लिए विभाग की ओर से उड़नदस्ता की टीम द्वारा निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि नालंदा डेयरी द्वारा नालंदा, नवादा, शेखपुरा एवं कोडरमा में दूध एवं दही की कोई किल्लत नहीं होने दी जाएगी।
नालंदा से ऋषिकेश