डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर जिला में यातायात व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनाने व सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने को लेकर ट्रैफिक पुलिस को कई तरह उपकरणों से लैस किया जा रहा है। एक तरफ जहां वाहनों की गति सीमा नियंत्रित करने को लेकर हाईवे पेट्रोलिंग टीम को स्पीड गन से लैस किया जाएगा। वहीं शहर में अब ट्रैफिक पुलिस बॉडी वार्म कैमरा की निगरानी में वाहनों की जांच करेगी और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों से जुर्माना वसूल करेगी।
हाईवे पेट्रोलिंग टीम स्पीड गन के माध्यम से बंगरा एनएच थाना से लेकर दलसिंहसराय के बीच अब खतरनाक व तेज गति से वाहन चलाने पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करेगी। जिले के हाईवे पेट्रोलिंग टीम को विभाग के द्वारा एक स्पीड गन मुहैया कराया जाएगा। इसको लेकर हाईवे पेट्रोलिंग के पुलिस पदाधिकारियों की टीम को पटना में प्रशिक्षण दिया गया है।
मिली जानकारी के यह स्पीड गन हाईवे पेट्रोलिंग वाहन पर लगाया जाएगा, जो एनएच पर आते-जाते वाहनों की गति सीमा को ट्रैक करेगी और ऑनलाइन ई-चालान संबंधित वाहन के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेज देगा। बता दें कि खतरनाक व लिमिट स्पीड से अधिक गति से वाहन चलाने पर पांच हजार रुपए का जुर्माने का प्रावधान है।
ट्रैफिक पुलिस के साथ बदतमीजी व झूठा आरोप लगाना नहीं होगा आसान, बॉडी वार्म कैमरा वाहन जांच की कार्रवाई को करेगा रिकॉर्ड
शहर में ट्रैफिक पुलिस को दो बॉडी वार्म कैमरा दिया गया है। इस बॉडी वार्म कैमरा ट्रैफिक नियंत्रण के साथ-साथ ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगी। इन कैमरों की मदद से पुलिसकर्मियों के द्वारा की जाने वाली कार्रवाइयों की रिकॉर्डिंग की जाएगी, जो यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध प्रभावी ढंग से कार्रवाई करने में सहायक होगी।
इसके अलावा इन कैमरों का उपयोग विवादास्पद स्थितियों में साक्ष्य के रूप में किया जा सकेगा, जिससे किसी भी प्रकार के गलतफहमी और आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति में ट्रैफिक पुलिस अपना पक्ष साक्ष्य के साथ रख सकेगी। यह बॉडी वार्म कैमरा यातायात के कंट्रोल रूम से जुड़ा रहेगा, जहां कैमरा की ऑनलाइन निगरानी होगी। इस संबंध में ट्रैफिक थाना के एसएचओ सुनील कांत ने बताया कि यह एनएच पर सड़क दुर्घटना के मामलों पर लगाम लगाने में सहायक सिद्ध होगा।
खतरनाक व लिमिट स्पीड से अधिक गति से वाहन चलाने पर यह स्पीड गन उसे ट्रैक कर लेगा और उसकी तस्वीर लेकर ई-चालान जनरेट कर देगा। वहीं बॉडी वार्म कैमरा वाहन जांच की कार्रवाई को रिकॉर्ड करने में सहायक होगा।