डीएनबी भारत डेस्क
बरौनी प्रखण्ड मुख्यालय परिसर स्थित कारगिल शहीद निरज स्मृति सभागार में बुधवार को पूर्व निर्धारित पंचायत समिति की बैठक को बैठक आरम्भ होते ही ग्राम पंचायत राज के प्रधान मुखिया ने बैठक का विरोध करते हुए सदन से बाहर निकल आया।
मुखिया संघ प्रखण्ड अध्यक्ष सह मुखिया पपरौर पंचायत संजू देवी, केशावे गोपाल कुमार सिंह, मैदा बभनगामा मनोज कुमार चौधरी, अमरपुर सचिदानंद सिंह, बभनगामा मो मुख्तार, पिपरा देवस बबलू साह, सिमरिया -1 सिम्पी कुमारी, सिमरिया -2 अमृता कुमारी, मोसादपुर मुखिया राकेश कुमार उर्फ राजू, मल्हीपुर दक्षिणी रामाश्रय निषाद ने बताया कि सरकार द्वारा तत्काल में लिए गए फैसले जो भी 15 लाख से नीचे की योजनाओं का टेंडर द्वारा किया जाएगा।
इस संबंध में पंचायत में छोटी-छोटी योजनाओं को तुरंत ही हटाने की आवश्यकता होती है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत आने में अति कठिनाई होगी। पंचायत के तमाम अधिकारों को समाप्त किया जा रहा है। पंचायत समिति की बैठक में लिए गए योजनाओं और निर्णयों का अनदेखी कर पदाधिकारी अपनी मनमानी से कार्यों, योजनाओं तथा राशियों का बंटवारा करते हैं। जो सरासर नियम विरुद्ध है।
बैठक में भी पदाधिकारियों द्वारा बैठक संचालित किया जाता है। और संचालन करने के दौरान भी पदाधिकारियों द्वारा मनमानी किया जाता है। जिसको बरौनी प्रखण्ड के सभी मुखिया ने बैठक का बहिष्कार किया है। सरकार द्वारा लाए गए इस काले कानून को सरकार को वापस लेना होगा।
मौके पर मुखिया शंकर कुमार, शोभा कुमारी, पूर्व मुखिया अरविंद कुमार, कौशल किशोर सिंह, मुखिया प्रतिनिधि आफाक अख्तर उर्फ हुकुमत सहित अन्य उपस्थित थे। वहीं कई प्रमुख विभागों के अधिकारी बैठक को अनशुना कर बैठक से नदारद रहे। जिसपर भी जनप्रतिनिधियों ने जमकर बवाल काटा।