डीएनबी भारत डेस्क
तेघड़ा संत पॉल पब्लिक स्कूल के मैदान में विद्यालय प्रबंधन ने विद्यालय के प्राचार्य, तमाम शिक्षक एवं बच्चों के साथ-साथ इर्द-गिर्द के सभी बुद्धिजीवियो के साथ विश्व योग दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया I इस अवसर कक्षा नर्सरी से बारहवीं तक के बच्चों ने बड़े ही जोश और उमंग के साथ भाग लिया I विशेष कर छोटे – छोटे बच्चों में योग अभ्यास करने में काफ़ी जोश देखा गया I जो हमारा, समाज और देश का भविष्य है, में आशा की किरण और बढ़ गई I जिससे प्रतीत होता है कि आने वाला कल इन बच्चों का अवश्य ही सुनहरा होगाI
इस मौके पर विद्यालय के प्रबंधक सुनील कुमार सिंह ने बच्चों, शिक्षकों और इस योगशाला में भाग लेने वाले लोगों को विश्व योग दिवस का बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए बताया कि योग शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा को एक साथ करने वाला अद्वितीय माध्यम है, यह भारतीय संस्कृति की विश्व को एक ऐसी अनमोल धरोहर है जिसको वर्षों से हमारे ऋषि-मुनियों ने संरक्षित, संसोधित और विकसित कर विश्व के सामने औषधि रहित निरोग्य जीवन की एक नयी कल्पना रखी थी। जिसे भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पुनः 2014 में योग को बढ़ावा देते हुए विश्व पटल पर रख दिया और उस दिन से यानि 21 जून को हर साल विश्व योग दिवस मनाने का निर्णय लिया गया I
आज विश्व के सैकड़ों देशों ने योग को अपनाया है। जिसके कारण आज भारतीय योग, विश्व योग के रूप में देखा ही नहीं जाता अपितु अनुसरण कर लाभान्वित हो रहे हैं I इसलिए उन्होंने विद्यालय के पाठ्यक्रम में भी योग को शामिल कियाI मौके पर विद्यालय के प्राचार्य डॉ विनय ओझा ने कहा योग ना सिर्फ शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य हेतु आवश्यक है अपितु आत्मबोध का कारक भी है। अतः जरुरत है योग को जीवन में आत्मसात करने का प्रण लेकर इसके उद्दश्यों को सार्थक बनाने की । उन्होंने बताया कि नियम और संयम का संयुक्त रूप ही योग है । दुसरे शब्दों में कहें तो कर्म की कुशलता ही योग है ।
यह शारीरिक विकार तो दुर करता ही है साथ – साथ मानसिक विकार को दुर कर जीवन मे खुशहाली प्रदान करता है । अत: स्वस्थ व प्रसन्न रहने के लिए योग ही एक और सबसे महत्वपूर्ण विकल्प है। अतः आज जरूरत है योग के महत्व को समझने की, समझाने की, इसे अपनाने के साथ-साथ औरों को भी अनुसरण करने के लिए प्रेरित करने की।बताते चलें कि इस कार्यक्रम में सिरकत करते हुए विद्यालय के शिक्षक भीम कुमार ने कहा – योग एक प्रकाश है, जिसे एक बार जला दिया जाता है तो कभी कम नहीं होता I आपका अभ्यास जितना बेहतर होगा, लौ उतनी ही उज्ज्वल होगी और कल उतना ही सुनहरा होगा।
इस कार्यक्रम में विद्यालय के सभी बच्चे, शिक्षक जैसे – राम कुमार मिश्रा, सुरेन्द्र कुमार सिंह, प्रवीण कुमार, संजीव कुमार सिंह, प्रफुल्ल कुमार, राकेश कुमार, प्रीति प्रिया, अविनाश मिश्रा, सौरभ कुमार, त्रिपुरारी कुमार सिंह, रंजन कुमार, राजन कुमार, दीपक कुमार आदि की गरिमामयी उपस्थिति रहीI
बेगूसराय तेघड़ा संवाददाता शशिभूषण भारद्वाज की रिपोर्ट