नीति आयोग के द्वारा आकांक्षा प्रखण्ड कार्यक्रम की की गई शुरूआत, चिंतन शिविर में प्रदेश के 27 जिलों के 61 ब्लॉकों का चयन, विकास पर हुई चर्चा।
डीएनबी भारत डेस्क
आकांक्षी जिला कार्यक्रम की तर्ज पर अब नीति आयोग द्वारा आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसी कड़ी में देश के 500 ब्लॉकों का चयन किया गया है। जिसमें बेगूसराय जिला के तेघड़ा, भगवानपुर, मंसूरचक, शाम्हो सहित चार प्रखंड का चयन किया गया है।
तेघड़ा प्रखंड सभागार में प्रखंड विकास पद अधिकारी राकेश कुमार की अध्यक्षता में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया।उन्होंने आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के कार्यान्वयन सभी 39 सूचकांकों और ब्लॉक विकास रणनीति तैयार करने पर चर्चा की। पिरामल फाउंडेशन की टीम द्वारा इस पर उपस्थित लोगों को विस्तार से समझाया और जानकारी दी।
उन्होंने बताया की उपलब्धियों के आधार पर ब्लॉकों की रैंकिंग की जाएगी। योजना के तहत बिहार के 27 जिलों से कुल 61 ब्लॉकों का चयन किया गया है। इसके तहत ब्लॉकों की त्रैमासिक उपलब्धियों के आधार पर ब्लॉकों की राज्य स्तरीय रैंकिंग की जाएगी। डेटा को ब्लॉक एस्पिरेशनल प्रोग्राम के डैशबोर्ड पर दर्ज किया जाएगा।
साथ ही बताया गया कि जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सभी संबंधित विभाग तेघरा प्रखंड स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में गुणवत्ता को बेहतर बनाने हेतु प्रशिक्षण भी हुआ है। कार्यक्रम का उद्देश्य सभी 39 सूचकांकों को राज्य के औसत से बढ़ाने का प्रयास किया जाना है और संबंधित योजनाओं के लिए 100 प्रतिशत लाभार्थी तक पहुंच हो इसका प्रयास करना है।
विकसित तेघड़ा के लिए विकास रणनीति बनाना मुख्य उद्देश्य रहेगा। तेघड़ा की आम जनता का जीवन सुलभ हो हर सेवा तक उनकी पहुंच को बढ़ाना उनके कार्यों में शामिल है। मौके पर तेघड़ा बीडीओ राकेश कुमार, सीओ रश्मि, तेघड़ा प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी राम उदय महतो एवं तेघड़ा थानाध्यक्ष संजय कुमार सहित पीरामल फाउंडेशन से प्रोग्राम लीडर शुभम बाग, गांधी फेलो के साथ अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।