तेघड़ा में विवादों को दूर कर बिछुड़े दंपत्ति आपस में मिले, लड़की गयी ससुराल

तेघड़ा के वरिष्ठ अधिवक्ता शशिभूषण भारद्वाज एवं सामाजिक पहल पर दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति।

तेघड़ा के वरिष्ठ अधिवक्ता शशिभूषण भारद्वाज एवं सामाजिक पहल पर दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति।

डीएनबी भारत डेस्क 
यदि सामाजिक और कानूनी स्तर पर सार्थक प्रयास हो तो छोटे छोटे विवादों के कारण पति पत्नी के बीच संबंधों में आये दरार को खत्म कर पति पत्नी की जिन्दगी को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है और दोनों की जिन्दगी में फिर से नया सबेरा लाया जा सकता है। ऐसा ही एक मामला तेघड़ा में प्रकाश में आया है जहां एक बिछुड़े दम्पत्ति को आपस में मिलाकर एक उदाहरण पेश किया गया।

बताया जाता है कि करीब 6 वर्ष पूर्व बजलपुरा पुरानी बाजार निवासी ओमप्रकाश ठाकुर की पुत्री गुड़िया कुमारी की शादी मदुदाबाद निवासी शत्रुघ्न ठाकुर के पुत्र सुधीर ठाकुर के साथ हुई। दोनों के दाम्पत्य जीवन में दो संतान भी पैदा लिया। किन्तु बाद में कुछ बातों को लेकर पति पत्नी के संबंधों में खटास उत्पन्न हो गया। गुड़िया कुमारी बच्चों को साथ लेकर विगत एक वर्ष से पति से अलग अपने नैहर में रह रही थी।

गुड़िया कुमारी की शिकायत पर सिविल कोर्ट तेघड़ा के अधिवक्ता शशिभूषण भारद्वाज ने सुधीर ठाकुर को तीन बार लीगल नोटिस भेजा। जिसके बाद दोनों पक्षों की पहल पर अधिवक्ता शशिभूषण भारद्वाज, पूर्व सरपंच पवन ठाकुर, पत्रकार अशोक कुमार ठाकुर, अधिवक्ता प्रमोद कुमार, विभूति भूषण राय आदि की मौजूदगी में गुड़िया कुमारी, सुधीर ठाकुर एवं इनके अभिभावकों ने मिल बैठकर सारे गिले शिकवे को दूर किया तथा गुड़िया कुमारी और सुधीर ठाकुर ने एक साथ रहकर दाम्पत्य जीवन बिताने का निर्णय लिया।

निर्णय के अनुसार सुधीर ठाकुर ने सम्मान पूर्वक गुड़िया कुमारी को विदा कराकर अपने घर ले जाने का काम किया। इस तरह एक वीरान जिन्दगी में खुशियों का सबेरा आया। उधर इस कार्य की आम लोगों ने काफी सराहना की है तथा इसमें प्रयास करने वाले लोगों के प्रति आभार प्रकट किया गया है।

बेगूसराय तेघड़ा संवाददाता शशिभूषण भारद्वाज 

Begusarai