डीएनबी भारत डेस्क
बिहार की राजनीति के एक युग का आज अंत हो गया। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी पंचतत्व में विलीन हो गए। वे 72 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से कैंसर से पीड़ित थे। उनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा था। सुशील मोदी ने इलाज के दौरान एम्स में सोमवार की देर शाम अंतिम सांस ली।
उनके निधन की खबर के बाद देश भर के राजनीतिक महकमे में मानो सन्नाटा छा गया। जिसने भी उनके निधन की खबर सुनी, वह भौंचक रह गया। सुशील मोदी का पार्थिव शरीर मंगलवार की दोपहर विशेष विमान से पटना लाया गया जहां से राजेंद्र नगर स्थित उनके निजी आवास ले जाया गया।
निजी आवास पर अंतिम दर्शन के बाद पार्थिव शरीर को आरएसएस कार्यालय, भाजपा कार्यालय और बिहार विधानसभा परिसर में बारी बारी से लाया गया जहां राज्य के सभी मंत्री, नेताओं और उनके समर्थकों ने उनका अंतिम दर्शन किया।
बिहार विधानसभा परिसर में अंतिम दर्शन के बाद पार्थिव शरीर को दीघा जनार्दन घाट ले जाया गया जहां राजकीय सम्मान के साथ वे पंचतत्व में विलीन हो गए। दिवंगत सुशील मोदी के अंतिम संस्कार में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत कई मंत्री और भाजपा, जदयू समेत अन्य दलों के कई नेता शामिल हुए। उन्हें उनके बड़े पुत्र उत्कर्ष तथागत मोदी ने मुखाग्नि दी।