डीएनबी भारत डेस्क
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह के बीच तीखी बहस से साफ है कि राजद और जदयू के बीच परस्पर अविश्वास गहरा हुआ है। मोदी ने कहा कि कौन किसके सम्पर्क में है और किसके किसकी क्या बात हुई, यह सब अगर मुख्यमंत्री को पता है, तो लगता है विधायकों के फोन टैप कराये जा रहे हैं तथा खुफिया विभाग के जरिये सब पर निगरानी रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के 11 महीने बाद न राजद को नीतीश कुमार स्वीकार्य हैं और न जदयू को तेजस्वी यादव को सत्ता सौंपना मंजूर है। उन्होंने कहा कि राजद के लोग लालू प्रसाद के चेहरे पर और जदयू के लोग भाजपा के वोट तथा पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव जीते हैं। सरकार बनाने वाले दोनों प्रमुख दलों में कोई भी नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव नहीं जीता है।
मोदी ने कहा कि एमएलसी सुनील सिंह से हमारे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन 27 साल से वे लालू प्रसाद के विश्वास पात्र हैं। कभी उन्होंने पलटी नहीं मारी। उन्होंने कहा कि सुनील सिंह जैसे व्यक्ति की निष्ठा पर नीतीश कुमार कैसे सवाल उठा सकते हैं, जिनकी रैंकिंग अविश्वसनीय नेताओं में की जाती है।