योगी की लोकप्रियता से डरे नीतीश ने महिला कवि पर दिखायी तानाशाही। अनामिका को काव्यपाठ से रोकना हिंदी और अभिव्यक्ति की आजादी का अपमान। कवियित्री का सम्मान कर भाजपा सोनपुर की घटना का कलंक मिटायेगी
डीएनबी भारत डेस्क
सोनपुर में कवियित्री अनामिका अंबर को काव्य पाठ से रोके जाने पर पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने राज्य सरकार पर हमला किया और कहा कि नीतीश सरकार ने दिनकर की धरती पर हिंदी कविता, स्त्री और अभिव्यक्ति की आजादी तीनों का अपमान किया है। इस तिहरे अपमान से बिहार शर्मसार हुई है। सुशील मोदी ने कहा कि कवियित्री अनामिका अंबर के अपमान का कलंक धोने के लिए भाजपा जल्द ही अनामिका अंबर के काव्य पाठ आयोजित कर उन्हें सम्मानित करेगी।
उन्होंने कहा कि अनामिका ने उत्तर प्रदेश में अपराधियों, देशविरोधी ताकतों और हर तरह के माफिया पर कानून के शासन का बुलडोजर चलाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति जनभावना को वाणी देने वाले कुछ गीत लिखे हैं, जिसे नीतीश कुमार का अहंकार बर्दाश्त नहीं कर सका। मोदी ने कहा कि 22 करोड़ की आबादी वाले बड़े राज्य यूपी में योगी जी कुशल शासन देकर दूसरी बार पूर्ण बहुमत से सत्ता में लौटे हैं। ऐसे निर्वाचित मुख्यमंत्री के सम्मान में कविता लिखना क्या अपराध है? योगी की लोकप्रियता से नीतीश कुमार डर गए हैं।
उन्होंने कहा कि तानाशाही के विरुद्ध लड़ने वाले जेपी आंदोलन से निकले नीतीश कुमार अब खुद तानाशाही पर उतर आए हैं। मोदी ने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस सरकार ने जनकवि नागार्जुन को जेल में डाला था। उसी कांग्रेस से हाथ मिलाने वाले नीतीश-लालू की सत्ता आज युवा कवियित्री को मंच से उतार रही है।