डीएनबी भारत डेस्क
दक्षिण कोरिया के 108 बौद्ध भिक्षुओं का दल आज राजगीर से पैदल यात्रा करके नालंदा पहुंचा। नालंदा स्थित नव नालंदा महाविहार पहुंचने पर कुलपति प्रोफ़ेसर बैजनाथ लाभ ने सभी का स्वागत किया। बाद में यह दल पैदल यात्रा करके नालंदा के केवई गांव पहुंचा। नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रोफेसर बैजनाथ लाभ ने कहा कि इस परिभ्रमण से विश्व में शांति और भाईचारा के संदेश को पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध की स्मृति में निकाली गई इस यात्रा से इनके अंदर चेतना जागृत होती है। प्रोफेसर विजय कुमार कर्ण ने कहा कि भारत सर्वधर्म समभाव की स्थली रही है। भारत विश्व में शांति कायम रखने के लिए सदैव अग्रणी रहा है। भारत एवं दक्षिण कोरिया के मधुर संबंध स्थापित करने, बौद्ध संस्कृति का प्रसार करने एवं शांति का संदेश को फैलाने को लेकर यह यात्रा आयोजित की गई है। यह पैदल यात्रा सारनाथ से शुरू हुई थी जो बिहार होते नेपाल के लुंबिनी तक जाएगी।
नालंदा संवाददाता ऋषिकेश