ध्वजारोहण का शुभ कार्य अयोध्या तपसी आश्रम के संत त्यागी बाबा के नेतृत्व में पूरे विधि विधान,पूजा अर्चना के साथ किया गया।
डीएनबी भारत डेस्क
07 मई से 17 मई तक बेगूसराय जिला के सिमरिया गंगा तट से सटे सिमरिया एक पंचायत की पावन भूमि पर इतिहास में पहली बार हो रहे 09 दिवसीय सहस्त्र चंडी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस महायज्ञ के शुभारंभ से पूर्व अयोध्या तपसी आश्रम के संत त्यागी बाबा के नेतृत्व में आचार्य डाॅ विशंभर पाठक, आचार्य चन्द्रशेखर ठाकुर, पंडित रामदत्त त्रिवेदी, पंडित विजय झा, प्रकाश ठाकुर, वाराणसी से कृष्ण पांडेय, अयोध्या से मुरारी झा, दरभंगा से चंदन झा, टुनटुन दास, बबुआ दास, हरि दास, शिवजी झा आयोजन समिति के अध्यक्ष शंभू प्रसाद सिंह, सचिव पूर्व मुखिया कृष्ण कुमार सहित जिला एवं विभिन्न प्रान्तों से आये हुए विद्वान पंडित, आयोजन समिति, मां काली पूजा समिति के सभी सदस्य, ग्रामीण एवं महिला पुरूष श्रद्धालुओं की उपस्थिति में पूरे ग्राम भव्य भ्रमण यात्रा के उपरांत यज्ञ स्थल पर पूरे विधि विधान, पूजा अर्चना एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शास्त्र अनुसार 06 मार्च को संध्या 04 बजे तय शुभ मुहूर्त में किया गया।
इस दौरान ऐतिहासिक 09 दिवसीय भव्य सहस्र चंडी महायज्ञ आयोजन को लेकर आयोजन को लेकर सिमरिया काली स्थान परिसर में प्रेस वार्ता की संबोधित करते हुए आयोजन समिति के अध्यक्ष सह भाजपा नेता शंभू प्रसाद सिंह ने कहा पूरे क्षेत्र के सहयोग से इस ऐतिहासिक महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यह गांव के लिए नहीं बल्कि पूरे जिले के लिए गौरव की बात है। हमसबों का सौभाग्य है कि माता सहस्र चंडी महायज्ञ के लिए गांगा के पावन तट सिमरिया एक पंचायत का चयन हुआ है।
साथ ही उन्होंने कहा कि इस महायज्ञ में कथावाचक के रूप में पूज्य महराज गुप्तेश्वर पांडेय जी के द्वारा कहे जाने वाले कथा को हमसभी श्रद्धालु श्रवण करेंगे। स्थ ही उन्होंने कहा 09 दिवसीय महायज्ञ में प्रत्येक दिन आस्था से जुड़े अलग अलग स्वरूप का संस्कृतिक कार्यक्रम की योजना पर भी आयोजन समिति सर्वसम्मत निर्णय लेगा।
वहीं आयोजन समिति के सचिव पूर्व मुखिया कृष्ण कुमार ने कहा महायज्ञ को सफल बनाने के लिए समस्त सिमरिया, अमरपुर आसपास क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, ग्रामीण एवं श्रद्धालुओं का सहयोग मिल रहा है। ऐतिहासिक इस आयोजन की सफलता के लिए पूरा क्षेत्र प्रयासरत है। और सबों का अपेक्षित सहयोग भी मिल रहा है। चुकि यह कार्यक्रम अपने आप में अद्भूत होगा इसलिए विभिन्न पहलूओं पर बारीकी से नजर दी जा रही है।
साथ ही उन्होंन बताया कि इस महायज्ञ में देश प्रदेश व जिला के नामचीन 51 विद्वान पंडित होंगें शामिल। पूरे बरौनी क्षेत्र के तमाम लोगों इस महायज्ञ को लेकर उत्साहित हैं। वहीं आचार्य चंद्रशेखर ठाकुर ने महायज्ञ के महत्व और विधि विधान के बारे में उपस्थित लोगों को विस्तार से बताया। और कहा यज्ञ के माध्यम से जगत कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। सनातन धर्म एवं विश्व कल्याण के लिए कथा और यज्ञ कार्य पूरे देश में घूम घूम कर करते रहते हैं।
वहीं अयोध्या तपसी आश्रम के संत त्यागी बाबा ने कहा यज्ञ से सम्पूर्ण जगत और मानव जाति का कल्याण होता है। यह अद्भुत संयोग है कि मां के आशीर्वाद से गंगातट पर चंडी सहस्र महायज्ञ का आयोजन पूर्व आज ध्वजारोहण हो रहा है। यह महायज्ञ इस क्षेत्र के लिए अअत्यंत शुभकारी और फलदायी होगा। साथ ही उन्होंने कहा तामसी अवगुण को निकालकर सात्विक विचार को आत्मसात कर यज्ञ अवश्य करें।
वहीं कार्यक्रम के आचार्य डाॅ विशंभर पाठक ने कहा कुल देवि देवता के प्रश्न्नभाव और क्षेत्र के कल्याण को लेकर महायज्ञ अवश्य किया जाना चाहिए। इसका दूरगामी साकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यज्ञ का विधिवत नियम पूर्वक होने से मनवांछित फल मिलता है। और गंगातट पर यज्ञ होने का शास्त्र में अलग महत्व है। उन्होंने कमिटी के सभी सदस्यों एवं ग्रामीणों से एकजुट होकर इस ऐतिहासिक चंडी सहस्र महायज्ञ को सफल बनाने का आह्वान किया। वहीं इस मौके पर आयोजन समिति के द्वारा मीडिया के उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को अंगवस्त्र, डायरी ,कलम देकर सम्मानित किया गया।
मौके पर आयोजन समिति संयोजक विपिन कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, अमरपुर मुखिया सच्चिदानंद सिंह, मुखिया प्रतिनिधि गोपाल कुमार, दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विश्वंभर सिंह, ललन झा, गुंजन झा, राजेश कुमार सिंह, लक्ष्मणदेव कुमार, विपिन कुमार सिंह, जयकांत सिंह, प्रवीण प्रियदर्शी, कन्हैया कुमार फुटुश, मंटुन पोद्दार, अमित कुमार गोरेलाल, अनिल कुमार शर्मा, डॉ दीपक कुमार, केशव कुमार, मनीष कुमार, संजीत कुमार, सोहन कुमार, कृष्ण मुरारी सहित आयोजन समिति एवं मां काली समिति के सदस्य सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एवं श्रद्धालु मौजूद थे। बताते चलें कि ढ़ोल नगारे, गाजा बाजा के साथ आस्था ध्वज के साथ सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने ध्वजारोहण से पूर्व पूरा ग्राम भव्य भ्रमण यात्रा निकाला।