चिदात्मन जी महाराज ने सिमरिया में अर्धकुम्भ आयोजन का किया बहिष्कार,कल्पवास मेले में उपस्थित 130 खालसा के साधु ने भी कुंभ आयोजन पर खड़े किए सवाल

 

खालसा प्रमुख बौआ हनुमान ने भी आरोप लगाते हुए कहा है कि आज सिमरिया में आयोजित कुंभ में वर्चस्व हावी है और कुछ ठगी साधु संतों के द्वारा सिर्फ अपना प्रचार करने का साधन बनाया गया है । साथ ही साथ कुंभ आयोजन के नाम पर एक बड़ी राशि की उगाही की जाती है।

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय के प्रसिद्ध सिमरिया गंगा धाम में इस वर्ष आयोजित अर्ध कुंभ पर अब ग्रहण साफ-साफ दिखने लगा है। एक तरफ जहां सर्वप्रथम कुंभ के आयोजन में अपनी बड़ी भागीदारी देने वाले चिदात्मन जी महाराज ने इस वर्ष कुंभ आयोजन से अपना हाथ खींच लिया है तो वही कल्पवास मेले में उपस्थित 130 खालसा के साधु ने भी कुंभ आयोजन पर सवाल खड़े करते हुए इसका बहिष्कार करने की बात कही है ।

गौरतलब है कि सिमरिया में वर्ष 2011 में अर्ध कुंभ एवं 2017 में महाकुंभ का सफल आयोजन हो चुका है और इस बार मान्यता के अनुसार अर्ध कुंभ का आयोजन किया गया था लेकिन प्रथम पर्व स्नान के समय से ही साधु संतों ने इसका बहिष्कार शुरू कर दिया । चिदात्मन जी महाराज ने सीधे शब्दों में कहा है कि इस आयोजन को कुंभ सेवा समिति किस ढंग से करेगी यह उस पर निर्भर करता है ।

उन्होंने कुंभ स्नान में भी जाने की मनाही की है एवं कहा है कि बाकी बचे दो पर्व स्नान में वह शामिल नहीं होंगे। तो वही लगभग 44 वर्षों से कल्पवास मेले एवं आयोजित कुंभ में अहम भूमिका निभाने वाले खालसा प्रमुख बौआ हनुमान ने भी आरोप लगाते हुए कहा है कि आज सिमरिया में आयोजित कुंभ में वर्चस्व हावी है और कुछ ठगी साधु संतों के द्वारा सिर्फ अपना प्रचार करने का साधन बनाया गया है । साथ ही साथ कुंभ आयोजन के नाम पर एक बड़ी राशि की उगाही की जाती है और फिर इस उसे आपस में बांट लिया जाता है।

बौआ हनुमान ने कहा कि आज किसी भी खालसा प्रमुख एवं साधु संतों से इस पर विचार विमर्श नहीं किया गया अतः साधु संतों के द्वारा इस वर्ष कुंभ का बहिष्कार किया गया है। यदि साधु संतों के सानिध्य में इसका आयोजन होगा तभी यह सफल हो सकेगा अन्यथा सभी साधु संत इस कुंभ आयोजन का बहिष्कार करते हैं ।

लेकिन एक इस तरह से बहिष्कार की बात सामने आने से अब इस आयोजन एवं आयोजकों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर किन परिस्थितियों में साधु संतों को इतना कठोर निर्णय लेना पड़ रहा है ।

डीएनबी भारत डेस्क