आंगनबाड़ी सेविकाओं की 11 वें दिन भी वीरपुर बाल विकास परियोजना पर धरना प्रदर्शन जारी

 

सेविकाओं ने कहा सरकार सेविकाओं और सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए अविलंब सेविकाओं को 25 हजार,सहायिकाओं को 18  हजार रुपए मानदेय देने की घोषणा जब तक नहीं करती है तब तक हरताल जारी रखेगें।

डीएनबी भारत डेस्क

बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर वीरपुर प्रखंड क्षेत्र की सेविकाओं, सहायिकाओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के 11 वें दिन सोमवार को भी समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय वीरपुर पर प्रखंड क्षेत्र की सेविकाओं,सहायिकाओं ने सेविका गुंजा कुमारी की अध्यक्षता में धरना कार्यक्रम को आयोजित किया। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के दौरान सेविकाओं ने बताया कि अंधी,वैहरी के साथ आश्वासन देकर हम सेविकाओं के साथ छल से धोखा देने वाली बिहार सरकार को धरना के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराते हुए चेतावनी भी दे रहीं हूं कि आपने जो पिछले विधानसभा चुनाव के समय वादा किया था कि आप लोगों को मानदेय दुगना कर दिया जाएगा।

और इसे सरकार ने अपनी चुनावी घोषणा पत्र में भी सुचिबध किया था। को अविलंब लिखत देते हुए पुरा करने का काम करें। वरना 24 के चुनाव के लिए जो आप सपने देख रहे हैं उस पर हम लोग हर सम्भव पानी गिराने की योजना बनाई है। सेविकाओं ने कहा सरकार सेविकाओं और सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए अविलंब सेविकाओं को 25 हजार,सहायिकाओं को 18  हजार रुपए मानदेय देने की घोषणा जब तक नहीं करती है तब तक हरताल जारी रखेगें।

सेविकाओं ने बताया कि आंगनबाड़ी के कार्यो के अलावे भी सरकार विभिन्न तरह की कार्यों को हम सेविकाओं से कराती आ रही है इसके लिए अतिरिक्त सरकार 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दें। योग्य सेविकाओं को 10 अंक बोनस देते हुए एल एस के पदों पर प्रोन्नति करें। नहीं तो सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल हम लोग जारी रखने का निर्णय राज्य संगठन के आह्वान के आलोक में लिया है।

जो आज 11 वें दिन भी जारी है।मौके पर मौजूद सेकरों सेविकाएं और सहायिकाओं ने सरकार के विरुद्ध जमकर आक्रोश पूर्ण नारेबाजी भी की। मौके पर प्रखंड सचिव हस जिला संयुक्त सचिव अलका झा,प्रखंड अध्यक्ष नीतू जयशवाल,निर्मला, रूबी,जिनत,बंदना, शशि, कविता, मनीषा वेवी,संजू,सुनिता,अहिल्या, सावित्री कुमारी,सोनी समेत सभी सेविका व सहायिका मौजूद थी।

बेगूसराय वीरपुरसंवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट