आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं के हक की बात आती है तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार को बुखार आने लगता है।
डीएनबी भारत डेस्क
प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायत में कार्यरत आंगनवाड़ी सेविका व सहायिका को हड़ताल पर रहने के कारण पिछले 29 सितम्बर से 226 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर ताला लगा हुआ है। जिसके कारण आंगनवाड़ी केन्द्र में पढ़ने वाले लगभग एक हजार से अधिक नौनिहाल बच्चों की पढ़ाई पुर्ण रूप से बंद है। वही सरकार के द्वारा चलायें जा रहे विभिन्न लाभकारी योजनाओं के लाभ से गर्भवती महिलाएं वंचित है।
मंगलवार को बारहवें दिन भी आंगनवाड़ी सेविका व सहायिकाओ का पांच सुत्री मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान आक्रोश पुर्ण प्रदर्शन देखा गया। जहां बाल विकास परियोजना के समक्ष सेविका,सहायिका के समर्थन में आशा कार्यकर्ताओं ने भी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रखंड मुख्यालय से होते हुए मनरेगा कार्यालय के रास्ते समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र होते हुए पुनः बाल विकास परियोजना कार्यालय पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
आगे मांग पुरा होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहते हुए उग्र आंन्दोलन करने को बाध्य हो जाएंगे। आंगनबाड़ी सेविका सुदामा कुमारी ने संगीत के माध्यम से सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जब जब आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं के हक की बात आती है तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार को बुखार आने लगता है। लेकिन आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका अब पीछे हटने वाली नहीं है और अपने हक के लिए सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।
मौके पर प्रखंड अध्यक्ष पूनम कुमारी रेखा कुमारी,रंजू देवी,मंजू देवी,भवानी कुमारी,कंचन भारती,किरण कुमारी,खुशबू कुमारी,सीता कुमारी,मौसमी कुमारी,मनिषा कुमारी समेत दर्जनों आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका मौजूद थे।
बेगूसराय बछवाड़ा संवाददाता सुजीत कुमार की रिपोर्ट