डीएनबी भारत डेस्क
विश्व जल दिवस 2023 के उपलक्ष्य में एनटीपीसी बरौनी में 21-30 मार्च 23 के मध्य विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में जल संरक्षण में सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु परियोजना समीपवर्ती 6 विद्यालयों में जल संरक्षण पर क्विज और भाषण प्रतियोगिता विगत दिनों आयोजित की गयी थी । इन प्रतियोगिताओं में 100 से अधिक बच्चों ने बढ़ चढ़कर इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था।
इन स्कूलों के भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं के मध्य दिनांक 29 मार्च 23 को अंतर विद्यालयी भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । एनटीपीसी का दृढ़ विश्वास है कि स्कूल और स्कूली बच्चे किसी भी नवाचारी विचार को समाज तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम है और इसी कारण हमारी कार्य योजना में शिक्षा पर विशेष बल दिया जाता है । प्रतियोगिता में कान्ति पार्वती कन्या उच्च विद्यालय महना, बी एस एस उच्च विद्यालय राजवाड़ा, राजकीयकृत मध्य विद्यालय बिहट, उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय विष्णुपुरचांद, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय असुरारी और राजकीयकृत मध्य विद्यालय जगतपुरा के स्कूली बच्चों ने प्रतिभाग किया।
एनटीपीसी बरौनी के परियोजना प्रमुख रमाकांत पंडा ने अपने संबोधन में कहा कि जल संरक्षण हम सभी की सम्मिलित जिम्मेदारी है । हम सब अपने स्तर पर अपने स्कूल, अपने घर, अपने कार्यालय जहां भी संभव हो अपने प्रयास से बूंद- बूंद पानी बचायेंगे तो भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं । हम सब को जागरूक होना है क्योंकि जल के बिना कुछ भी संभव नहीं । जल है तो कल है । जल संरक्षण के प्रयासों में तेजी आज के समय की बड़ी आवश्यकता है ।
उन्होने यह भी बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में चहारदिवारी, शौचालय, कक्षा– कक्ष निर्माण, स्मार्ट क्लास , बैग वितरण , पंखा वितरण जैसी गतिविधियां निरंतर संपादित की जा रही हैं ।अंतर विद्यालयी भाषण प्रतियोगिता में अभिनव कुमार ने प्रथम , खुशी कुमारी ने द्वितीय , शेफाली कुमारी ने तृतीय और संजना भारती , खुशी कुमारी और सूरज कुमार ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया ।
सभी विजेताओं को पुरस्कार, सर्टिफिकेट और ट्राफी देकर सम्मानित किया गया । उक्त अवसर पर मानव संसाधन प्रमुख सरोज कुमार , पर्यावरण प्रबंधन प्रमुख संजय सिंह, मैत्री लेडीज़ क्लब के वरिष्ठ सदस्य , मानव संसाधन विभाग के अन्य अधिकारी और प्रतिभागी विद्यालयों के प्रधान अध्यापक और बच्चे भी उपस्थित रहे।
बेगूसराय बीहट संवादाता धरमवीर की रिपोर्ट