जिन पर इनकी कृपा होती है,वही झुला सुख प्राप्त करने इनके दरबार में आते है।जिस जीव के जीवन में रस नहीं है उसका जीवन ही निराश है-महंत राघवेन्द्र दास जी
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के बछवाड़ा प्रखण्ड क्षेत्र के रानी तीन पंचायत स्थित राम जानकी ठाकुरवारी प्रांगण मे सावन माह के पावन अवसर पर चल रहे। पांच दिवसीय झुला महोत्सव के तीसरे दिन बनारस से पधारे भजन गायक और गायिका के भजन पर रात भर झूमते रहे श्रद्धालु। कार्यक्रम के दौरान ठाकुरवाड़ी के महंत राघवेन्द्र दास जी कहा कि जिन पर इनकी कृपा होती है,वही झुला सुख प्राप्त करने इनके दरबार में आते है।जिस जीव के जीवन में रस नहीं है उसका जीवन ही निराश है ।
कार्यक्रम में मौजूद भजन गायक के द्वारा गाए गए भजन ‘सांसो की माला में सिमरूं में पी का नाम,अपने मन जानू औरो की मन के राम,हमरी अटरिया पे अजा रे सावरिया देखा देखी तनक हो जाई,बोले पिजरे का तोता राम रे हरेराम शिया हरे राम रे..आदि भजन सुन श्रद्धालुओ ने तालियां बजाकर गायक का हौसला अफजाही किया। वही बनारस से से पधारी गायिका मगला सलोनी के भजन हमारे घर रामा सीता विताये,कान्हा आन परे तेरे द्वार,बाके सैईया न जाने मन की बतिया हो राम,मै तो उठा नहीं पाई,तो बालू ले आई समेत एक से बढकर भजन सुन रात भर झूमते रहे श्रोता।
मौके पर पूर्व मुखिया राम पुकार राय, सरपंच सरोज राय,अरुण कुमा मित्र,मुकेश कुमार राय उर्फ छोटे,अशोक राय,डॉ रामकृष्ण,मृत्युंजय राय,संजीव कुमार,राजीव कुमार, मनोज सिन्हा, विजय पाठक आदि सैकड़ों महिला और पुरुष मौजूद थे।
बेगूसराय,बछवाड़ा संवादाता सुजीत कुमार की रिपोर्ट