डीएनबी भारत डेस्क
इक्कीसवीं सदी में इंसान ने भले विकास के तमाम पैमाने गढ़ लिए, इसके बाद भी समाज में अंधविश्वास की जड़ें काफी गहरी हैं। जो कि इसका जीता जागता उदाहरण कैमुर में देखने को मिला है। ताजा मामला कैमुर जिले के परसथूआ गांव का बताया जा रहा है जहां रात्रि में सो रही एक पांच वर्षीय मासूम बच्ची को सर्प ने काट लिया। वही जब परिजनों को इसकी जानकारी हुई तो वह अस्पताल जाने की बजाय झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ गाजीपुर जिले के अमवा की सती धाम चले गए जहां बच्ची की जान चली गई। मृतक बच्ची की पहचान परसथूआ गांव निवासी मुर्ताज की पांच वर्षीय पुत्री शादिया खातून बताई गई है।
घटना के संबंध में मृतक बच्ची के परिजन इसरार आलम में बताया कि घर में खाना खाने के बाद बच्ची अपने चारपाई पर सोने चली गई जहां करीब 4 बजे भोर में बच्ची को किसी जहरीले जानवर ने काट लिया। इस घटना का अनुभव हम लोगों को तब हुआ जब बच्ची के स्नान करने के दौरान उसके मुंह से झाग आ रहा था। घटना के बाद हम लोग आनन फानन में बच्ची को अमवा के सती धाम लेकर चले गए जहां बच्ची की मौत हो गई। वही हम लोगों का दिल नहीं माना तो बच्ची की इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया में लेकर आए जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत् घोषित कर दिया।
इधर अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सक के द्वारा बताया गया कि परसथूआ गांव की रहने वाली शादिया खातून नाम की बच्ची को सर्प ने काट लिया था जहां परिजन के द्वारा इलाज न कराकर बल्कि झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ गए जहां बच्ची की मौत हो गई। परिजन के द्वारा जब अनुमंडल अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया तो हमने जांच किया जहां बच्ची की मृत्यु हो गई थी।
कैमूर संवाददाता देवब्रत तिवारी की रिपोर्ट