जाम में फंसे एससी/एसटी थाना की पुलिस भी हड़तालियों के सामने गिर गिराती रही
डीएनबी भारत डेस्क
सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश रोड एक्सीडेंट में ड्राइवरों को 10 शाल की सजा और लाखों रुपए की जुर्माना के विरोध में बेगूसराय संजात पथ पर चलने वाली सभी छोटे बड़े यात्री बहनों के ड्राइवरों व मालिकों ने मंगलवार को मुजफ्फरा बस स्टैण्ड चौक, वीरपुर बीआरसी चौक, वीरपुर टमटम स्टैण्ड चौक के पास के अलावे अपने अपने घरों, रोड पर व रोड के किनारों में गारीयों को लगाकर केंद्र सरकार के द्वारा जारी किए गए कानून को वापस लेने के लिए मुजफ्फरा में दिनेश कुमार के नेतृत्व में।
वीरपुर बीआरसी के पास मनोहर कुमार के नेतृत्व में। वीरपुर टमटम स्टैण्ड चौक के पास अनिल राय के नेतृत्व में रोड जाम कर केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए सेकरौं ड्राइवरों ने विरोध प्रदर्शन किया । जिस से बेगूसराय या अन्य जगहों के लिए जरूरी से जा आ रहें यात्रियों को भारी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा था।
मौके पर मौजूद जावेद खां, अनिल महतो,राजु खां, बम-बम कुमार,छोटु खां,तालिब खां, मोहम्मद रफीक, राम बालक सहनी,मो फिरोज, बिहारी कुमार, मिथुन झा, विजय दास, पप्पू यादव, अरुण महतो चंदन पासवान,राज किशोर पंडित,इब्रार खां आदि ने बताया कि सरकार द्वारा हम ड्राइवरों के विरुद्ध जारी किए गए काले कानून को वापस नहीं ले लेती है तब तक हम लोगों के द्वारा हड़ताल जारी रखा जाएगा।
उक्त लोगों ने बताया कि हम ड्राइवरों को मालिक के द्वारा तीन सौ रुपए दिहाड़ी दिया जाता है, सुरक्षा की भी व्यवस्था नहीं है।ऐसी प्रस्थिति में हम लोग कहां से जुर्माना भरेंगे।10 शाल के लिए जेल जाते हैं तो बाल बच्चे किया खाएंगे।इस लिए केंद्र सरकार से अनुरोध है कि हमारी मांगों को ध्यान में रखते हुए तुगलकी फरमान को वापस लें। नहीं तो हम लोग चरन वध तरीके से आंदोलन को और तेज करेंगे।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट