डीएनबी भारत डेस्क
भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक सह मध्य संस्कृत विद्यालय महादेव स्थान संजात में महज एक शिक्षक के सहारे 230 बच्चे का पठन पाठन भगवान भरोसे किया जा रहा है। जहां बच्चे अपने भविष्य को संवारने प्रतिदिन आते हैं। लेकिन शिक्षकों की आभाव के कारण मध्यान भोजन का आनंद लेकर अपने घरों की ओर रवाना कर जाते हैं। बताते चलें कि उक्त विद्यालय में कक्षा एक से कक्षा आठ तक की पढ़ाई होती है।
जिसमें नामांकित कुल 230 बच्चे हैं। इस विद्यालय में शिक्षकों की कमी के साथ साथ वर्ग कक्ष की भी कमी है। वहीं चहारदीवारी भी नहीं होने के कारण विद्यालय परिसर असुरक्षित है। साथ ही पेयजल भी स्वच्छ नहीं है। एक चापाकल के सहारे अशुद्ध पानी पीने के लिए बच्चे मजबूर हैं। इसको लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक कैलाश महतों ने बताया कि हम अकेले सभी कक्षाओं में दौड़ दौड़ कर बच्चों का पठन पाठन करवाते हैं। प्रधानाध्यापक होने के नाते कार्यालय संबंधित कार्यों को भी देखना पड़ता है।
जिसके दौरान विद्यालय को बंद कर कार्यालय जाना पड़ता है। वही माध्यम भोजन को भी संभालना पड़ता है। जिससे हम परेशान रहते हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति को लेकर प्रखंड से लेकर जिला कार्यालय तक का दौड़ लगाया, लेकिन वरीय पदाधिकारी संज्ञान में नहीं ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने डीपीओ कार्यालय के कर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि चढ़ावा दीजिए तब जाकर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
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