समस्तीपुर जिला के विक्रमपुर बांदे पंचायत के सकरामपुर गांव का का मामला।
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर जिला के एक गांव में छोटे से कमरे में सरकारी मदरसा चलाये जाने का मामला सामने आया है। मामला समस्तीपुर जिले के विक्रमपुर बांदे पंचायत के सकरामपुर गांव का है। जहां मदरसा हमीदिया सकरामपुर बांदे गांव में मस्जिद की एक छोटी सी ज़मीन पर चल रहा है।
यह मदरसा सरकार से मान्यता प्राप्त है और इसमे कार्य कर रहे शिक्षक सरकार से वेतन भी उठा रहे है। सबसे हैरत की बात तो यह है कि सरकारी नियम के अनुसार मदरसा मंजूरी के लिए पांच कट्ठा ज़मीन और 6 कमरा होना अनिवार्य है। लेकिन यह मदरसा मस्जिद की ज़मीन पर सिर्फ 2 कमरे में संचालित किया जा रहा है।
वहीं स्थनीय लोगो की माने तो सरकार की नियमो को धत्ता बताते हुए पैसा और पैरवी पर कुछ सफेदपोश लोगों ने मंजूरी कराया है। स्थानीय लोगो का आरोप है कि इस संबंध में मदरसा बोर्ड से लेकर जिला के सभी आला अधिकारियों से लिखित रूप से शिकायत भी की गई लेकिन इसके बावजूद किसी भी अधिकारी ने इसकी सुधि नही ली और न ही इस मदरसे की जांच कराना मुनासिब समझा है।
नालंदा संवाददाता ऋषिकेश