दशकों से नहीं हुई सड़क निर्माण, लोगों को झेलनी पड़ती है…

दशकों से ईट सोलिंग पथ जर्जर रहने से राहगीरों के आवागमन में हो रही परेशानी। बरियारपुर पूर्वी पंचायत के सिरसी तीन बटिया से बरदाहा, छौड़ाही जानेवाली ग्रामीण सड़क की जर्जर है हालत

डीएनबी भारत डेस्क 

 

बेगूसराय के खोदावंदपुर के बरियारपुर पूर्वी पंचायत के सिरसी तीन बटिया से बरदाहा, छौड़ाही जानेवाली ग्रामीण सड़क दशकों पूर्व से जानलेवा बनी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र के बरदाहा से खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिरसी नवीन के निकट तक लगभग एक किलोमीटर की दूरी में पीसीसीकरण एवं कालीकरण कराई गई।

विभागीय अधिकारियों की लापरवाही व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से करीब सात सौ मीटर की दूरी में जर्जर पथ को छोड़ दिया गया, जिससे स्कूली बच्चों के अलावे राहगीरों के आवागमन में काफी परेशानी हो रही है।स्थानीय वार्ड सदस्य मिथिलेश कुमार पासवान, पूर्व वार्ड सदस्य रामचन्द्र पासवान, ग्रामीण बौएलाल पासवान, ललन पासवान, बिन्देश्वरी पासवान, रामू पासवान समेत अनेक ग्रामीणों ने बताया है कि बरियारपुर पूर्वी पंचायत के सिरसी तीन बटिया से उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिरसी नवीन के समीप तक करीब 700 मीटर की दूरी में वर्षों से ईट सोलिंग पथ जर्जर बना हुआ है।

इस जर्जर पथ में बाबा भोलेनाथ का निर्माणाधीन मंदिर भी है। इतना ही नहीं इसी सड़क से दो सरकारी विद्यालय व एक नीजी विद्यालय एवं एक आरबीएस ईट उद्योग भी संचालित हैं, जिसमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिरसी नवीन, प्राथमिक विद्यालय मुसहरी व काशी देवी पब्लिक स्कूल बरदाहा शामिल है  इसके अलावे इसी पथ किनारे दो मुर्गा फार्म भी संचालित है। जिसके कारण स्कूली बच्चों, शिक्षकों, किसानों, व्यवसाइयों व राहगीरों के आनेजाने में काफी दिक्कतें होती रहती है।

ग्रामीणों ने बताया कि 15 वर्ष पूर्व तत्कालीन पंचायत समिति सदस्य लालो दास के द्वारा ईट सोलिग का मरम्मती कार्य किया गया था। उसके बाद से इस पथ पर अबतक कोई कार्य नहीं किया गया  जिससे यह पथ जानलेवा बना हुआ है। उन्होंने बताया कि यह पथ दो प्रखंडों की सीमावर्ती पर अवस्थित है, जो खोदावन्दपुर से छौड़ाही प्रखंड कार्यालय को जोड़ने वाला मुख्य ग्रामीण पथ है। इस पथ से पतला, तेतराही, मसुराज, बाड़ा, बरदाहा गांव के लोग इस पथ से आते जाते रहते हैं।

किसानों के उत्पादित गन्ना को हसनपुर चीनी मिल ले जाने का मुख्य मार्ग है। इतना ही नहीं बरसात के दिनों में इस पथ से पैदल चलना मुश्किल हो जाता है  उस समय पांच किलोमीटर दूरी तय कर छौड़ाही जाना पड़ता है। किसानों का तैयार फसल भी अपने घरों पर लाने में काफी परेशानी होती रहती है, इस जर्जर पथ पर कई राहगीर व स्कूली बच्चे दुर्घटनाग्रस्त होकर गंभीर रुप से जख्मी भी हो चुके हैं।

ग्रामीणों ने नवनिर्वाचित सांसद गिरीराज सिंह, स्थानीय विधायक राजवंशी महतो, बेगूसराय-खगड़िया नगर निकाय के विधान पार्षद राजीव कुमार एवं विभागीय अधिकारियों से अविलंब जर्जर सड़क की जीर्णोद्धार करवाये जाने की मांग की है, ताकि आमजनों के आवागमन में सहूलियत हो सकें।

खोदावंदपुर, बेगूसराय से नितेश कुमार

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