जनादेश के साथ विश्वासघात का परिणाम है कुढ़नी में महागठबंधन की हार – आरसीपी सिंह

 

डीएनबी भारत डेस्क 

बिहार में कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन की हार के बाद जहां सियासी गलियारों में इस बात को लेकर राजनीतिक दल अपनी राजनीति रोटी सेक रहे हैं वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा में भी इसका असर दिख रहा है। कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के गांव मुस्तफापुर में भी भारतीय जनता पार्टी की जीत की खुशी की लहर देखी जा रही है। जहां कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की जीत पर कार्यकर्ताओं ने एक दसरे को मिठाई खिलाकर जीत की बधाई दी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कुढ़नी उपचुनाव में जदयू की हार पर नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में मिले जनादेश के साथ विश्वासघात का परिणाम है कुढ़नी उपचुनाव में जनता ने जदयू को हराने का काम किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने गुजरात में भाजपा को मिली जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दिया। उन्होंने कहा कि 27 साल के शासन में जहां भाजपा को गुजरात मे 156 सीट मिला, वहीं 2020 में महागठबंधन की जीती कुढ़नी उपचुनाव में 7 पार्टी मिलकर भी चुनाव नहीं जीत सकी।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार का फोकस जनता की समस्याओं से दूर होकर शराबबंदी पर है। उन्होंने कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी होती तो खुशी की बात होती लेकिन यहां बालू और दारू का खेला हो रहा है। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पर भी चुटकी लेते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि 9 राज्यों में कैसे चुनाव लड़ा जाए उस बात पर चर्चा इस बैठक में होगा।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बहुत बड़ा दावा किया था कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव से भारतीय जनता पार्टी मुक्त बिहार बनाने का काम शुरू करेंगे लेकिन इसका उल्टा असर कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में देखने को मिला। जहां कुढ़नी की जनता ने जनता दल यू को ही मुक्त कर दिया। जब 7 पार्टियां एक साथ होकर कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव नहीं जीत रहे हैं तो 2024 में लोकसभा चुनाव में बिहार में आपको एक भी लोकसभा पर सीट पर जीत नहीं मिलेगी। इसलिए नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का सपना छोड़ दें।

नालंदा से ऋषिकेश

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