जिलाधिकारी बेगूसराय ने राजकीय सिमरिया कल्पवास मेला में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के सुरक्षा एवं समस्या विधि व्यवस्था में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की न हो कोई परेशानी, घाट संवेदक व पुलिस पदाधिकारी को पैनी निगाह रखने का दिया निर्देश।
डीएनबी भारत डेस्क
जिलाधिकारी बेगूसराय रोशन कुशवाहा ने 17 अक्टूबर सोमवार को कहा कि गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के – कारण राजकीय सिमरिया कल्पवास मेला 2022 में आने वाले कल्पवासियों एवं साधु-संतों को होने वाली परेशानियों को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है तथा उन्हें आवश्यक सहयोग के लिए इसके लिए यथासंभव कारवाई की जा रही है। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि ऐसे कल्पवासी, जिनके पर्णकुटीर आंशिक या पूर्ण रूप से जलमग्न हो गए हैं तथा वे अपने पर्णकुटीर को सिमरिया धाम परिसर में ही किसी उचित स्थल पर शिफ्ट, रिलोकेट करना चाहते हैं, तो उनसे अपील है कि वे तत्काल मेला परिसर में संचालित नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) को सूचित करें ताकि स्थानीय प्रशासन द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के वरीय प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा सिमरिया धाम परिसर की स्थितियों पर लगातार नजर रखी जा रही है तथा वे नियमित रूप से स्थलीय भ्रमण कर स्थितियों का जायया ले रहे हैं। जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा के निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त, बेगूसराय सुशांत कुमार ने राजकीय सिमरिया कल्पवास मेला परिसर गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण उत्पन्न स्थितियों का जायजा लिया तथा श्रद्धालुओं एवं साधु-संतों को सभी आवश्यक सहयोग करना का आश्वासन दिया।
इस दौरान उन्होंने कल्पवासियों के लिए संभावित वैकल्पिक व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया तथा संबंधित पदाधिकारियों के साथ कल्पवासियों के शिफ्टिंग एवं उनके लिए आवश्यक सुविधाओं की तत्काल की जाने वाली व्यवस्थाओं यथा शौचालय, पेयजल, रोशनी की व्यवस्था आदि के संबंध में विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर वरीय उप समाहर्ता प्रभाकर कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी भुवन कुमार, सहायक निदेशक (उद्यान) आदि भी मौजूद थे।