समस्तीपुर: आरजेडी नेता को लूटपाट के दौरान बदमाशों ने मारी गोली,जख्मी हालत में सदर अस्पताल में चल रहा है इलाज

 

राजद नेता की पत्नी आशा देवी वर्तमान में गंगापुर पंचायत की सरपंच हैं और वे खुद पूसा प्रखंड के आरजेडी व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं. जिनका चुनाव के समय से ही स्थानीय मुखिया से विवाद चल रहा है. परिजनों को आशंका है कि इस घटना को मुखिया के पुत्र ने अपने शागिर्दों से अंजाम दिलवाया है.

डीएनबी भारत डेस्क

समस्तीपुर में बदमाशों ने लूटपाट के दौरान आरजेडी नेता अजय साह उर्फ बमबम सिंह को गोली मार दी है. उन्हें परिजनों ने जख्मी हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

उन्हें जांघ में गोली लगी है. घटना वैनी ओपी के गंगापुर हॉस्पीटल चौक की है।जहाँ आरजेडी नेता बमबम सिंह का गिट्टी बालू का दुकान है. कहा जा रहा है कि बदमाशों ने उनके दुकान का गल्ला भी लूट लिया है. जिसमें करीब 50 हजार रुपये थे. बमबम सिंह की पत्नी आशा देवी वर्तमान में गंगापुर पंचायत की सरपंच हैं और वे खुद पूसा प्रखंड के आरजेडी व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं.

जिनका चुनाव के समय से ही स्थानीय मुखिया से विवाद चल रहा है. परिजनों को आशंका है कि इस घटना को मुखिया के पुत्र ने अपने शागिर्दों से अंजाम दिलवाया है.बताया जाता है कि पूसा थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर अयोध्या वार्ड छह निवासी अजय साह उर्फ बमबम की वैनी ओपी क्षेत्र के गंगापुर हास्पिटल चौक पर बमबम ट्रेडर्स नाम से गिट्टी बालू की दुकान है.

जख्मी के पुत्र जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि वह अपने पिता के साथ दुकान पर था. वे लोग दुकान बंद कर घर जाने की तैयारी में थे. दुकान का स्टाफ भी जा चुका था. वह दुकान से ज्यों ही गाड़ी लाने निकला कि तभी बाइक सवार चार बदमाश दुकान पर पहुंचे. उसके पिता दुकान के अंदर अकेले थे.

उसके पिता को गोली मार दिया और दुकान में रखे गल्ला को लेकर भाग खड़े हुए. उसने कहा कि स्थानीय मुखिया के पुत्र ने रंजिश को लेकर इस घटना को अंजाम दिलवाया है. इधर, जख्मी बमबम सिंह ने घटना को लेकर बताया कि वह काउंटर पर बैठा हुआ था. इसी बीच बाइक से चार बदमाश पहुंचे. बदमाशों में एक ने पिस्तौल निकाल कर उसपर गोली चला दी.

पहली गोली फंस गयी तो उसने बदमाशों पर लोहे का रॉड चला दिया. उसके बाद फिर बदमाशों ने उस पर गोली चलायी और गल्ला लेकर फरार हो गये.

समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट