विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका दुर्गेश कुमारी ने बताया कि विद्यालय में कार्यरत एचएम धीरेन्द्र कुमार झा के द्वारा बार बार धमकी दी जाती है कि जो शिक्षक मेरा खिलाफ करेगा उसका वेतन काट लिया जाएगा। उन्होंने बताया विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के खाते में किताब व ड्रेस की राशि नहीं जाता है।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगुसराय जिले के बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के गोविंदपुर तीन पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुरलीटोल में मंगलवार को उस समय अफरातफरी का माहौल हो गया जब विद्यालय परिसर में विद्यालय से एचएम व शिक्षिका आपस में ही भिड़ गये। शिक्षकों को आपस में लड़ने झगड़ने की आवाज सुनकर विद्यालय के छात्र-छात्राओ अपने अपने वर्ग कक्ष से निकलकर झगडे देखने लगे। वाही धीरे-धीरे ग्रामीणों कि भीड़ जमा हो गयी। स्थानीय लोगों ने बताया कि विद्यालय में एचएम कि मनमानी को लेकर इस तरह की झगड़े विद्यालय में आये दिन होते रहते हैं। वही विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका दुर्गेश कुमारी ने बताया कि विद्यालय में कार्यरत एचएम धीरेन्द्र कुमार झा के द्वारा बार बार धमकी दी जाती है कि जो शिक्षक मेरा खिलाफ करेगा उसका वेतन काट लिया जाएगा। उन्होंने बताया विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के खाते में किताब व ड्रेस की राशि नहीं जाता है तो वर्ग शिक्षिका होने के कारण छात्रों व अविभावको के द्वारा शिकायत किया जाता है। वही शिकायत की चर्चा जब विद्यालय के एचएम से करते हैं तो ये शिक्षकों पर आग बबुला हो जाते हैं और जब छुट्टी का आवेदन देते है उसे अस्वीकृत कर वेतन काट लेते हैं। शिक्षक अनिल पाण्डेय ने बताया कि विगत दिसम्बर माह मे छुट्टी बचा हुआ था जिस कारण हम छुट्टी लिए लेकिन हमारे वेतन में से दो दिन का वेतन कट गया। शिक्षक वैद्यनाथ प्रसाद ने बताया कि विद्यालय के एचएम के द्वारा हम शिक्षकों का शोषण किया जाता है। एचएम के द्वारा हमेशा धमकी दी जाती है कि तुम लोगों का वेतन काट लेंगे हमेशा बिना कोई गलती पर अपनी अपशब्द का प्रयोग करते हैं। विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के अविभावकों का कहना है कि हम लोग अपने बच्चों को विद्यालय पढ़ने के लिए भेजते हैं ना कि लड़ाई झगड़ा सिखने के लिए,अगर विद्यालय में ऐसा ही चलता रहा तो कौन अविभावक अपने बच्चों को विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजेंगे। उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर में निर्मित शौचालय में हमेशा एचएम के द्वारा तालाबंदी कर रखा जाता है। जिस कारण विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका को विद्यालय के आस पास के घरों में जाकर शौचालय का उपयोग किया जाता है। मामले को लेकर विद्यालय के एचएम धीरेन्द्र कुमार झा ने बताया कि हम किसी शिक्षक का कभी कोई वेतन नहीं काटा है जबकि मेरे विद्यालय पहुंचने के बाद बहुत से शिक्षक हैं जो विद्यालय पहुंचते है। बावजूद हम किसी शिक्षक को वेतन काटने का प्रयास नहीं करते हैं। उन्होंने बताया कि हमारा स्थातंरण इस विद्यालय से हो चुका है लेकिन कोई प्रभार लेना नहीं चाहते हैं। इसलिए हम किसी शिक्षक को आज तक प्रभार नहीं दिये है। मामले को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा विद्यालय में अनियमितता की शिकायत मिली है जल्द ही जांच करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
बेगुसराय बछवाड़ा से सुजीत कुमार कि रिपोर्ट