प्रशांत किशोर ने बताया जन सुराज की विचारधारा, बोले – मानव प्रथम ही हमारी विचारधारा है, गांधी, अंबेडकर और टैगोर के सिद्धांतों पर चलेगा जन सुराज
डीएनबी भारत डेस्क
जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर, जो पिछले दो वर्षों से बिहार में पैदल यात्रा कर रहे हैं, जन सुराज पार्टी की विचारधारा को स्पष्ट किया है। जन सुराज स्थापना अधिवेशन के दौरान प्रशांत किशोर ने मंच से पार्टी की विचारधारा को स्पष्ट रूप से लोगों के सामने रखा। उन्होंने कहा, लोग अक्सर पूछते हैं कि हमारी विचारधारा क्या है। क्या हम वामपंथी हैं या दक्षिणपंथी? हमारे बीच समाजवादी भी हैं, गांधीवादी भी हैं, बाबा साहेब आंबेडकर के अनुयायी भी हैं और संघ से जुड़े लोग भी। यहां पाँच वक्त की नमाज़ पढ़ने वाले मुसलमान भी हैं। तो ऐसे में हमारी विचारधारा क्या होगी?
प्रशांत किशोर ने बताया कि जन सुराज की विचारधारा महात्मा गांधी, गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर और बाबा साहेब आंबेडकर की शिक्षाओं पर आधारित है। उन्होंने कहा, हमारी विचारधारा का मूल मानवता है। जाति, धर्म या अन्य किसी आधार पर मानव-मानव में भेदभाव नहीं होना चाहिए। हमारी विचारधारा ‘ह्यूमन फर्स्ट (Human First)’है।
आगे उन्होंने जन सुराज के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा, हम यहां इसलिए नहीं जुटे हैं कि किसी को मुख्यमंत्री बनना है या किसी को विधायक बनना है। यह काम लोग वर्षों से करते आ रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि अपने जीवनकाल में एक ऐसा बिहार को देखें, जहां हरियाणा, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र से लोग रोज़गार की तलाश में आएं। तभी हम कहेंगे कि बिहार का विकास हुआ है। जन सुराज पार्टी का लक्ष्य एक ऐसे बिहार का निर्माण करना है, जहां समानता, विकास और मानवता राजनीति से ऊपर हों और व्यक्तिगत स्वार्थों से परे हों।