प्राकृतिक खेती एवं जैविक रसायन के प्रयोग से पर्यावरण संरक्षित होगा – डॉ रामपाल

 

कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि उन्नति उत्सव का आयोजन

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि उन्नति उत्सव का आयोजन किया गया। प्राकृतिक खेती से बहुत हद तक पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है। उक्त बातें बुधवार को कृषक जागरण द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर परिसर में आयोजित कृषि उन्नति उत्सव में कृषक समागम को संबोधित करते हुए केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रभारी डॉक्टर रामपाल ने कहा। उन्होंने कहा करोना काल में जब लॉकडाउन था ।गाड़ियों की आवाजाही कम थी।

कल कारखाने बंद थे। तो पर्यावरण में प्रदूषण काफी कम गया था। ठीक उसी प्रकार यदि हम प्राकृतिक खेती को अपनाते हैं। जीरो टिलेज बिना जुताई का खेती बुवाई करते हैं ।उससे कम डीजल जलेगा प्रदूषण कम होगा ।खेती का लागत कम होगा। जैविक उर्वरकों के प्रयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। पर्यावरण संरक्षित होगा। खेती में कम लागत आएगी और तब जाकर कृषि और किसानों का विकास हो सकेगा ।कृषि लाभकर व्यवसाय बन सकेगा और तभी किसान के आय को  हम दोगुना करने में संभव हो सकेंगे ।

उन्होंने कहा, वह उपजाओ , जो खाओ ।जो खाते हो वही उपजाओ। इस थीम पर खेती करने से खेती लाभकर होगा ।खेती में लागत कम आएगा ।पर्यावरण संरक्षित होगा।कृषक उत्सव को महिंद्रा  ट्रैक्टर के मार्केटिंग प्रबंधक राजीव सिंह ने खेती में ट्रैक्टर की महत्ता से किसानों को अवगत कराया तथा ट्रैक्टर की खरीदारी में महिंद्रा कंपनी द्वारा देय सुविधाओं से किसानों को अवगत कराया ।जेसीबी बेगूसराय के मार्केटिंग प्रबंधक अमन सिंह ने कृषि के सहायक कार्यों में जेसीबी की महत्ता से किसानों को रूबरू कराया और जेसीबी खरीद पर कंपनी द्वारा देय सुविधाओं के बारे में बताया।

सोमानी सीड्स के मार्केटिंग प्रबंधक नागमणि ने सब्जी बीज के क्षेत्र में सोमानी कंपनी के उत्पाद के बारे में किसानों को बताया और अपने उत्पाद को बेहतर कहा ।कृषि जागरण के प्रबंधक मयंक यादव ने कृषि एवं किसानों के उत्थान में कृषि जागरण मंच के क्रियाकलापों के बारे में किसानों को विस्तार पूर्वक बताया ।कार्यक्रम को कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर विपिन कुमार ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीक के बारे में जानकारी दिया।

इस अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों से सैकड़ो महिला पुरुष किसानो ने भागलिया और अपनी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया। मौके पर प्रगतिशील किसानों को डॉ रामपाल एवं अन्य अधिकारियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट