सभी स्टेशनों का होगा सिटी सेंटर के रूप में विकास, निर्माण में स्थानीय कला और संस्कृति को दी जाएगी प्राथमिकता।
डीएनबी भारत डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा 06 अगस्त को अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पूर्व मध्य रेल के दानापुर मंडल के 13, धनबाद के मंडल के 15, सोनपुर मंडल के 10, समस्तीपुर मंडल के 12 एवं पं. दीन दयाल उपाध्याय मंडल के 07 सहित कुल 57 स्टेरशन सहित पूरे देश के 508 स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया जाएगा।
पूर्व मध्य रेल के कुल 57 स्टेरशन का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास का शिलान्यांस किया जाना है जिनका मंडलवार विवरण निम्नाानुसार है –
1. दानापुर मंडल – दानापुर मंडल के आरा स्टेशन का 27.89 करोड़ रुपए, बिहिया स्टेशन का 23.13 करोड़ रुपए, रघुनाथपुर स्टेशन का 20.50 करोड़ रुपए, डुमराव स्टेशन का 17.13 करोड़ रुपए, दिलदारनगर स्टेशन का 21.16 करोड़ रुपए, जमुई स्टेशन का 23.36 करोड़ रुपए, जहानाबाद स्टेशन का 22.93 करोड़ रुपए, राजगीर स्टेशन का 21.20 करोड़ रुपए, बिहार शरीफ स्टेशन का 18.84 करोड़ रुपए, फतुहा स्टेशन का 32.73 करोड़ रुपए, बाढ़ स्टेशन का 23.38 करोड़ रुपए, बख्तियारपुर स्टेशन का 23.20 करोड़ रुपए तथा तरेगना स्टेशन का 19.23 करोड़ रुपए की लागत से पुनिर्विकास कार्य किया जाना है।
2. धनबाद मंडल – धनबाद मंडल के चन्द्रपुरा स्टेशन का 26.50 करोड़ रुपए, ने.सु.ब. गोमो स्टेशन का 32.40 करोड़ रुपए, कतरास स्टेशन का 26.90 करोड़ रुपए, नगर उंटारी स्टेशन का 26.30 करोड़ रुपए, गढ़वा टाउन स्टेशन का 25.50 करोड़, गढ़वा रोड स्टेशन को 24.50 करोड़ रुपए, पहाड़पुर स्टेशन का 28.10 करोड़ रुपए, पारसनाथ स्टेेशन का 30.40 करोड़ रुपए, हजारीबाग रोड स्टेशन का 28.10 करोड़ रुपए, कोडरमा स्टेेशन का 30.30 करोड़ रुपए, लातेहार स्टेेशन का 24.50 करोड़ रुपए, डालटनगंज स्टेेशन का 29.20 करोड़ रुपए, बरकाकाना स्टेेशन का 32.60 करोड़ रुपए, रेनुकूट स्टेेशन का 28.50 करोड़ रुपए, चोपन स्टेशन का 30.90 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है।
3. पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल – पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के गया जंक्शन का 296 करोड़ रुपए, अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन का 13 करोड़ रुपए, सासाराम स्टेशन का 21.3 करोड़ रुपए, भभुआ रोड स्टेशन का 24.3 करोड़ रुपए, कुदरा स्टेशन का 18.8 करोड़ रुपए, दुर्गावती स्टेशन का 18 करोड़ रुपए तथा चंदौली मझवार स्टेशन का 21.7 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है ।
4. समस्तीपुर मंडल- समस्तीपुर मंडल के दरभंगा स्टेेशन का 340 करोड़ रुपए, सीतामढ़ी स्टेशन का 242 करोड़ रुपए, बापूधाम मोतिहारी स्टेशन का 205 करोड़ रुपए, सगौली स्टेशन का 23.3 करोड़ रुपए, नरकटियागंज स्टेशन का 29.3 करोड़ रुपए, सहरसा स्टेशन का 41 करोड़ रुपए, समस्तीपुर स्टेशन का 24.1 करोड़ रुपए, सलौना स्टेशन का 22.3 करोड़ रूपए, बनमनखी स्टेशन का 21.5 करोड़ रूपए, मधुबनी स्टेशन का 20 करोड़ रुपए, सकरी स्टेशन का 18.9 करोड़ रुपए तथा जयनगर स्टेशन का 17.5 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है ।
5. सोनपुर मंडल – सोनपुर मंडल के मुजफ्फरपुर स्टेशन का 442 करोड़ रुपए, ढोली स्टेशन का 39 करोड़ रुपए, रामदयालू नगर स्टेशन का 31 करोड़ रुपए, लखमिनिया स्टेशन का 27 करोड़ रुपए, खगडिया स्टेशन का 34 करोड़ रुपए, मानसी स्टेशन का 20.8 करोड़ रुपए, सोनपुर स्टेशन का 23.7 करोड़ रुपए, नौगछिया स्टेशन का 22.7 करोड़ रूपए, हाजीपुर स्टेशन का 21 करोड़ रूपए तथा दलसिंह सराय स्टेशन का 19.6 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है ।
विदित हो कि भारतीय रेल आधुनिकीकरण की दिशा में और भारत सरकार के न्यू इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। देशभर में रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय प्रतिष्ठानों के रूप में विकसित करने का काम तेजी से किया जा रहा है।
इस योजना के अंतर्गत देश के तीन स्टेशनों पर काम पूरा हो गया है। इनमें मध्य प्रदेश का रानी कमलापति स्टेशन, कर्नाटक के बेंगलुरु का सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल स्टेशन और गुजरात का गांधीनगर कैपिटल स्टेशन शामिल हैं। ये स्टेशन आधुनिक भारत की भव्य तस्वीर पेश करते हैं। इन स्टेशनों पर यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं। सुचारू आवाजाही के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर के अलावा आधुनिक सुविधाओं से युक्त कॉनकोर्स, वेटिंग रूम और रिटेल क्षेत्र विकसित किए गए हैं। साथ ही यात्रियों के आगमन-प्रस्थान एवं वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई है।
भारत सरकार द्वारा शुरू की गई अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देशभर के 1309 रेलवे स्टेशनों का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास करने की योजना है । भारतीय विविधता की भव्यता को प्रदर्शित करते हुए इन पुनर्विकसित स्टेशनों पर नई अत्याधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं का उन्नयन किया जाएगा और आवश्यकतानुसार बदलाव किया जाएगा।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं में अनावश्यक संरचनाओं को हटाकर रेलवे स्टेशनों तक सुगम पहुंच, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, बेहतर कॉनकोर्स एरिया, उन्नत पार्किंग, दिव्यांगजन अनुकूल बुनियादी ढांचा एवं हरित ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण अनुकूल भवन आदि शामिल हैं ।
स्टेशन डिज़ाइन में निम्न बिंदुओं का विशेष ध्यारन रखा गया है :-
• स्टेशनों का ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकास।
• शहर के दोनों तरफ प्रवेश/निकास द्वार।
• स्टेशन भवनों का सुधार/पुनर्विकास।
• अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं का प्रावधान।
• यात्री आवागमन हेतु सुगम व्यवस्था।
• यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर तरीके से डिज़ाइन किए गए साइनेज बोर्ड।
• रेलवे भूमि एवं परिसंपत्तियों का समुचित सदुपयोग का प्रावधान
• स्थानीय कला और संस्कृति को प्राथमिकता ।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इन स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा, सुगमता व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यकतानुसार स्टेशन भवन, प्रवेश एवं निकास द्वार, फुटओवर ब्रिज, कॉनकोर्स, प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, पार्किंग, दिव्यांग सुविधाओं, प्रकाश व्यवस्था, बैठने की व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, स्वच्छता व्यवस्था, पहुंच पथ, संकेत एवं निर्देश बोर्ड, ट्रेन डिस्प्ले और उद्घोषणा प्रणाली, सौंदर्यीकरण आदि से जुड़े आवश्यक विकास कार्य किए जाएंगे।
इन सभी स्टेशनों पर आयोजित कार्यक्रम में माननीय सांसद, माननीय विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ता एवं अन्य गणमान्य सहित बड़ी संख्या में आमजन की उपस्थिति रहेगी।
इस संदर्भ में आज मुख्या्लय हाजीपुर में संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने संवाददाताओं को पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार में पुनर्विकसित किए जाने वाले 57 स्टेशनों के संबंध में विस्तृत जानकारी से अवगत कराया। इसी कड़ी में पांचों मंडलों में मंडल रेल प्रबंधकों ने भी स्टेशन पुनर्विकास के संबंध में संवाददाताओं को जानकारी प्रदान की।