डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय के बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के नागाधाम तारा बरियारपुर परिसर में शनिवार को वनौषधि वाटिका प्रसार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नागाधाम के महंत वैद्य स्वामी धर्मदास जी महाराज ने कहा कि आंवला पूजनीय और औषधीय पौधा है। यह पौधा हर कार्यों में फायदेमंद होता है। इस वर्ष भीषण गर्मी व प्रचंड धूप हुई है। इसलिए आमजनों से उन्होंने अधिक से अधिक पौधरोपण करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि पौधारोपण से पर्यावरण संतुलित रहता है और संतुलन रहने के कारण तापमान में कमी आयेगी। नागाधाम के महंत ने वनौषधि वाटिका अभियान के तहत कहा कि घर में लगायें पौधे ग्यारह, रोग होगें नौ दो ग्यारह। उन्होंने औषधि खेती के बारे में विस्तार से चर्चा की। वहीं औषधीय व सुगंधित पौधा उत्पादक संघ, बिहार के सुधीर प्रसाद ने कहा कि आंवला में सात प्रकार के धातु पाये जाते हैं, जो सभी लाभकारी होते हैं।
उन्होंने गिलोय, घृत कुमारी, तुलसी, मीठा नीम, आंवला, सहजन, सदाबहार, नींबू घास, पत्थर बेल, अश्वगंधा, हर सिंगार पौधों के बारे में विस्तृत चर्चा की। साथ ही इससे होने वाले फायदे के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। रोसड़ा प्रखंड क्षेत्र के ढट्ठा गांव के डॉ कामेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि आंवला में विटामिन सी का स्त्रोत होने के कारण इसे अमृत फल कहा गया है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में अद्वितीय है। सुखने पर भी इसके गुण नष्ट नहीं होते हैं। इसका फल अपच, पीलिया, कमजोरी, स्मरण शक्ति बढ़ाने में लाभकारी है। यह नेत्र, मस्तिष्क एवं हृदय आदि अंगों को सुचारू रुप से कार्य करने में सहायक है।
उन्होंने कहा कि इस पंचायत में गत विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर भी पांच दर्जन से अधिक आंवला का पौधरोपण किया हूँ। साथ ही इस पूरे बरियारपुर पश्चिमी पंचायत को आंवला ग्राम बनाने का संकल्प लिया। इस मौके पर तारा गांव के डॉ राम स्वार्थ देव ने कहा कि योग करने से भी विभिन्न प्रकार के बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को योग करने के प्रति जागरूक किया।
वहीं लिल्हौत के संजय कुमार सिंह, सिघिंया के रामाश्रय प्रसाद सिंह, समरजीत सिंह, नागाधाम के उपमहंत भवानी दास, आई पी स्कूल बरियारपुर पूर्वी के निदेशक राजाराम महतो, शिक्षक रोहित कुमार, दिलीप कुमार, समाजसेवी पवन महतो, राजेश कुमार, सीताराम दास, नंदलाल महतो, शंभू कुमार, नीतीश कुमार समेत अनेक लोगों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर 15 जून को वनौषधि वाटिका अभियान के तहत 25 आंवला, 25 नींबू घास व 25 अश्वगंधा का पौधा वितरण किया गया।