डीएनबी भारत डेस्क
प्रशांत किशोर ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बयान – “इनका बस चले तो पूरे देश को बिहार बना दें” का जवाब देते हुए कहा, “आज बिहारी शब्द गाली के समान है। ये बिहार के प्रति जो दुर्भावना या लोगों के मन में यह बिहारी शब्द है वह गाली बन गया है। मंत्री (पीयूष गोयल) ने कहा तो आप लोगों को पता चला, जबकि बिहार के लोगों को अन्य राज्यों में बिहारी मतलब बेवकूफ, मजदूर समझते हैं।
पीके ने कहा कि मंत्री जी को पता होना चाहिए कि बिहार ज्ञान की भूमि रही है, देवताओं को भी यहां आकर ज्ञान मिला है। आज यहां के नेताओं ने व्यवस्था को मजदूर बनाने की फैक्ट्री बनाकर रख दिया है। जिन मंत्री ने ये बात कही है उन्हें ये समझना चाहिए कि बिहार ने संसद में 40 में 39 सांसद एनडीए को दिए हैं। जब प्रधानमंत्री यहां आते हैं तो जनता को झुक कर प्रणाम करते हैं और लोगों से मीठी-मीठी बात कर कर वोट लेते हैं। फिर उनके मंत्री उसी बिहार का उपहास उड़ा रहे हैं।
यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। अब मेरी चिंता यह नहीं है कि मंत्री क्या कह रहे हैं मेरी चिंता इस बात को लेकर है कि बिहार को कैसे इतना सुंदर बनाया जाए ताकि कोई इसका उपहास न उड़ा सके।