डीएनबी भारत डेस्क
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर जनता के मुद्दों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं पिछले 10 महीने से पदयात्रा कर रहा हूं। जहां जाता हूं लोग सांसद, विधायक को गाली देते हैं। जब मैं उनसे पूछता हूं कि आप गाली क्यों दे रहे हैं तो कहते हैं कि क्या कहें हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। मुझे समझ नहीं आता कि जब विधायक, सांसद काम नहीं कर रहे हैं तो ये 3 से 4 बार जीत कर कैसे आ रहे हैं? समस्तीपुर के जो सांसद हैं उनके बारे में लोग बताते हैं कि उनका किसी ने चेहरा ही नहीं देखा है।
समस्तीपुर के बगहा में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि समस्तीपुर जो कि कर्पूरी ठाकुर की जमीन कहलाती है और जिस जिले ने पूरे राज्य का नेतृत्व किया। आज समस्तीपुर की दशा ये है कि 10 विधायक हैं इस जिले में और सभी विधायक समस्तीपुर से बाहर के हैं। दोनों सांसद भी जिले के बाहर के हैं। पूरे 35 लाख के आबादी वाले जिले में क्या एक भी काबिल आदमी नहीं है। अगर आप वैशाली के आदमी को वोट करेंगे तो वो समस्तीपुर के बारे में कितना सोचेगा और काम करेगा? आपने वोट दिया है मोदी का चेहरा देखकर, स्वर्गीय रामविलास पासवान का परिवार देखकर तो वोट तो आपने अपने काम के लिए दिया नहीं तो वो नेता आपके लिए क्यों कम करेगा।