डीएनबी भारत डेस्क
जन सुराज पदयात्रा के मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस कर्नाटक में जीतकर जरूर आई है इसके लिए उन्हें बधाई, लेकिन वे इसे 2024 के लोकसभा की जीत न समझें। आपको याद होगा कि जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का परिणाम आया था, तो मोदी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश का चुनाव परिणाम 2024 के आम चुनाव के लिए संकेत देता है। मैंने उस समय ट्वीट करके कहा था कि हर चुनाव एक अलग चुनाव है। उत्तर प्रदेश के चुनाव से देश के चुनाव का फैसला नहीं हो सकता है। आपको याद होगा कि साल 2012 में यूपी में समाजवादी पार्टी जीतकर आई थी, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश के लोगों ने 80 में 73 लोकसभा की सीटों पर जीत दिलाई।
मैं कहना चाहूंगा कि कर्नाटक में मिली जीत को कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव की जीत के तौर पर न देखे। पिछले चुनावों की बानगी देते हुए कहा कि कर्नाटक विधानसभा के लिए 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस जीतकर आई, उसके एक साल बाद ही 2014 के आम चुनाव में बीजेपी सबसे अधिक लोकसभा की सीटें जीतकर आई। आपको याद होगा कि 2018 में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस जीतकर आई, लेकिन 2019 के लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही बुरा रहा। इसलिए मैं कांग्रेस या अन्य पार्टियों को भी बता रहा हूं कि देश में हर चुनाव एक अलग चुनाव होता है।