जन सुराज पदयात्रा के 59वें दिन रमगढ़वा से रक्सौल पहुंचे प्रशांत किशोर, कहा – बिहार ज्ञान की भूमि रही है, यहां के नेताओं ने लोगों को बेवकूफ बना कर रखा है
डीएनबी भारत डेस्क
जन सुराज पदयात्रा के 59वें दिन की शुरुआत पूर्वी चंपारण जिले के रामगढ़वा प्रखंड के भालुवाहिया स्थित जन सुराज पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद पदयात्रा का हुजूम सतपिपरा पहुंचा जहां प्रशांत किशोर समेत सभी पदयात्रियों का लोगों ने भव्य स्वागत किया व कुछ दूरी तक पदयात्रा का हिस्सा बनें। आज पदयात्रा सीजीएम हायर सेकेंडरी स्कूल के रामगढ़वा प्रखंड के भालुवाहिया गांव से चलकर सतपिपरा, नरीरगिर, अमोदी, तिलकनी बिशम्भरपुर, बेलाहिया, मन्ना चंपापुर, मन्ना, रतनपुर, भैरव भवानीपुर, रतनपुर, भवानीपुर मौजा, खतगेनवा भवानीपुर, नकरदेई होते हुए रात्रि विश्राम के लिए रक्सौल के नोनेयाडीह पहुंची।
जिस गांव ने राजद को सबसे ज्यादा वोट दिए वहां की स्थिति सबसे बदहाल
अमोदी गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि लोगो ने सबसे ज्यादा वोट राजद के विधायक को दिया और पदयात्रा के दौरान हमने देखा सबसे ज्यादा सड़क की बदहाली इसी गांव में है। चाहे स्थिति जस की तस बनी रहे लेकिन आप लोगो उन्हें ही जीता रहे हैं। आगे प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारा प्रयास है कि समाज से मथकर जनता के बीच से एक सही लोगो को चुनकर एक बेहतर विकल्प दिया जाए ताकि आपकी समस्याओं और तकलीफों का निवारण हो सके।
ये कार्यकर्ता बनाने का अभियान नहीं है, व्यवस्था परिवर्तन का अभियान है
पदयात्रा के दौरान जन सुराज की सोच पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने एक सभा में कहा, “जन सुराज कार्यकर्ता बनाने का अभियान नहीं है, बल्कि समाज के ऐसे लोगों को ढूंढने का अभियान है जो हमारे साथ चलने का जज्बा रखते हैं। जिनमें वह ताकत है, समझ है कि हम मिलकर एक नई व्यवस्था बना सकते हैं। महात्मा गांधी की कांग्रेस इस धरती से खत्म हो गई है, लेकिन बिहार की धरती से ही पुनर्जीवित करने का कार्य करेंगे ताकि बिहार से लड़ाई शुरू हो पर बिहार पर रुके नहीं।”
स्थानीय समस्याओं पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि दिल्ली में क्या हो रहा है उससे हमको मतलब नहीं लेकिन हमारे गांव में बाढ़ का पानी ना आए ये हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। आगे प्रशांत किशोर ने कहा जन सुराज पदयात्रा के माध्यम से संकल्प पर निकले हैं की जबतक है हर गांव शहर की समस्याओं को समझ कर उसे संकलन कर कर 10 साल में यह रूपरेखा बनाई जाए कि आपके समस्याओं का समाधान कैसे किया जाए।
बिहार के लोग बेवकूफ नहीं यहां के नेताओं और उनकी व्यवस्था ने बेवकूफ बनाया
रामगढ़वा प्रखंड के शिवनगर पंचायत में आमसभा में प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोग अनपढ़ लोग नहीं हैं, यहां देवताओं को भी बिहार में आकर ज्ञान मिला है। आगे प्रशांत किशोर ने कहा बिहार के नेताओं व उनके द्वारा बनाई गई व्यवस्था इन्हें हम को बेवकूफ बना के रखा है। हम आने वाले समय में ऐसा बिहार बनना चाहते हैं कि जिन लड़कों को परिवारों से दूर जाकर के बिहार से बाहर नौकरी करनी पड़ती है उनके लिए व्यवस्था परिवर्तन के माध्यम से यहीं रोजगार की व्यवस्था की जाए।