फिल्म अभिनेता संजय दत्त चार्टर प्लेन से बेंगलूरु से सीधे गया पहुचे ।
डीएनबी भारत डेस्क
गया: हिन्दू धर्म में मान्यता है कि पितृपक्ष पर अपने पूर्वजो का पिंडदान करने से उन्हें मोक्ष प्रप्ति के साथ उनका आशीर्वाद मिलता है, इसी कामना के साथ आज गया में फिल्म अभिनेता संजय दत्त अपने पूर्वजों का पिंडदान करने पहुंचे.
इस दौरान उन्होंने कहा की ये उनके पिताजी की इच्छा थी । फिल्म अभिनेता संजय दत्त चार्टर प्लेन से बेंगलूरु से सीधे गया पहुचे जहाँ यहां के लोगो ने उनका भव्य स्वागत किया । ऐसी ही कामना लिए संजय दत्त भी अपने पूर्वज पिता-माता, दादा-दादी, नाना-नानी का श्राद करने गया के विष्णुपद के फल्गु नदी घाट पहुंचे,
यहां विधि विधान से उन्होंने पिंडदान किया. इस दौरान जिन पंडितो ने संजय दत्त के साथ मिलकर उनके पूर्वजों के पिंडदान की प्रक्रिया पूरी की । संजय दत्त ने गया में पिंडदान करने के बाद मीडिया से कहा, “पिता जी ने कहा था कि आजाद हो जाना तो पिंडदान कर देना, इसलिए गया आया हूं.
बहुत जरुरी था आना.” बता दें, संजय के पिता और दिग्गज अभिनेता सुनील दत्त का निधन 2005 में हुआ था. पिता की मृत्यु के 20 साल बाद संजय पिंडदान करने आए. वहीं, उनकी मां और अभिनेत्री नरगिस का निधन 1981 में हुआ था.
डीएनबी भारत डेस्क