पीएचईडी द्वारा खराब पड़े चापाकल को ठीक करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों का दाबा भी हवा हवाई हो रहा है साबित।
डीएनबी भारत डेस्क
भीषण गर्मी का प्रकोप दिनप्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। तापमान 43° से ऊपर जा चुका है। ज्यो ज्यो गर्मी बढ़ रहा है। पेयजल की आवश्यकता भी बढ़ रही है। गर्मी बढ़ने के कारण भूगर्भ स्तर जल भी तेजी से नीचे खिसक रहा है। प्रचंड गर्मी और पेयजल की समस्या से गुजर रहे इस मौषम में प्रखंड मुख्यालय स्थित चुनाव कार्यालय और कौशल विकास केंद्र के समीप लगा तारा पम्प काफी दिनों से खराब पड़ा है।
इससे प्रखंड मुख्यालय आने वाले आमलोग एवं कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने आने वाले दर्जनों युवक युवतियों को पीने की पानी के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है । प्रखंड कार्यालय के भीसी कक्ष के सामने चापाकल महीनों से खराब है। इसके साथ ही कृषि कार्यालय , मनरेगा कार्यालय, पशु चिकित्सालय के समाने लगाया गया चापाकल भी मृतप्राय है।
प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित शिव मंदिर के पास एकमात्र चापाकल ठीक है। जिसपर दिनभर लोगो का जमघट पानी पीने के लिए लगा रहता है। प्रखंड कार्यालय से इतर इलाके में भी पीएचईडी द्वारा लगाया गया दर्जनों चापाकल खराब पड़ा है। जिसको ठीक करनेवाला कोई नही है। पीएचईडी द्वारा खराब पड़े चापाकल को ठीक करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों का दाबा भी हवा हवाई साबित हो रहा है। प्रशासन के नाक के नीचे प्रखंड मुख्यालय परिसर में जब खराब पड़े चापाकल को ठीक नही किया गया है तो गांव देहात की चापाकल का की स्थिति होगा , इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवादाता नीतीश कुमार की रिपोर्ट