पंचायत सरकार भवन का चक्कर लगाने के बाबजूद नही हो रहा समस्या का निदान,अधिकारी व कर्मचारी के लापरवाही के कारण लोग हो रहे है परेशान

मेंघौल पंचायत में पुरुषोम सिंह ने मेंघौल में अबतक पंचायत सरकार भवन भूमि के अभाव में नही बन पाने की बात कहते हुए कहा कि पंचायत सरकार भवन में होने वाला सभी काम वर्तमान में पूर्व से निर्मित पंचायत भवन में संपादित किया जाता है। कर्मियों की कमी एवं प्रतिनियुक्त कर्मी की उदाशीनता के कारण लोगो को परेसानी होता है। लेकिन हमारा प्रयास रहता है कि पंचायत की जनता को उनके कामो का निष्पादन ससमय पंचायत भवन में सम्पन्न हो और लोगो को पंचायत भवनो का चक्कर नही लगाना पड़े।

डीएनबी भारत डेस्क

सरकार आपके द्वार व पंचायत सरकार भवन को परिकल्पना अधिकारीयों व कर्मियों की उदाशीनता के कारण धरातल पर नही उतर पा रही है। इसके लिए बहूत हद तक स्थानीय अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी जिम्मेदार है। पंचायत भवन से पंचायत स्तरीय काम का निष्पादन करने की योजना बनाई गई है। जिससे प्रखंड व अंचल कार्यालय पर काम का बोझ अपेक्षाकृत कम पड़े एवं अपने काम के लिए सुदूर गांव से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना नही पड़े। परंतु इन पंचायत सरकार भवन में प्रतिनयुक्त कर्मियों की लापरवाह कार्यशैली का परिणाम आमजन भुगत रहे है।

पंचायत भवन में प्रतिनियुक्त कर्मियों के नियमित नही आने से लोग प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार आरटीपीएस से सम्बंधित विभिन्न सुविधाओ जैसे सामाजिक सुरक्षा पेंसन,लोहिया स्वच्छता अभियान,मनरेगा के तहद प्रदद कल्यणकारी योजनाओं का लाभ,राशन कार्ड सहित पंचायत स्तरीय वह 29 कार्य जिसका संग्रह और समाधान पंचायत सरकार भवन में किया जाना था। अधिकांश कार्यो के लिए लोगो को प्रखंड कार्यालय जाना पड़ता है यह बात दीगर है कि ग्राम प्रधान पंचायत भवन में अपने सुविधानुसार या सरकार के निर्देश पर आहूत बैठकों के लिए अपने प्रकोष्ठ में बैठते है। लेकिन उनके मातहत सरकारी कर्मी अपनी सुविधा और मन के अनुसार देते है।

कहते है पूर्व प्रमुख मिथलेश कुमार मिश्र :- पंचायत सरकार भवन सचिवालय होता है। प्रखंड प्रशासन से पंचायत स्तरीय सभी कर्मियों को नियमित रूप से पंचायत भवन में उपस्थिति सुनिश्चित करने की मांग करता हूं। ताकि गांव के लोगो को अनावश्यक कार्यालय का चक्कर न लगना पड़े।

कहते है नीरज कुमार:-मेंघौल पंचायत भवन स्थित आरटीपीएस केंद्र अपने उद्देश्य में पूरी तरह विफल है ग्रामीणों को आज भी इस केंद्र से मिलने वाली सुविधाओं के लिए प्रखंड आरटीपीएस काउंटर ही जाना पड़ता है।

कहते हैं सत्येंद्र प्रसाद सिंह :- पंचायत राज्य व्यवस्था में सकरार द्वारा प्रदत्त सभी प्रकार की सुविधा स्थानीय स्तर पर मिलने से ही गांधी के ग्राम स्वराज्य की सपना साकार हो सकता है। हमारी कामना है मेंघौल पंचायत निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर रहे। कर्मियों एवं जनप्रतिनिधियों की नियमित उपस्थिति से पंचायत भवन गुलजार हो। लोगो को बेवजह प्रखंड कार्यालय नही जाना पड़े ।

कहते हैं ब्रजेश कुमार सिंह:- पंचायत स्तर पर नियुक्त सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की नियमित उपस्थिति से जनता को सहूलियत होगा। पंचायत में विकास कार्य गति पकड़ेगा। साथ ही लोगो को प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना नही पड़ेगा। हमारी मांग है कि पंचायत सरकार भवन के आरटीपीएस काउंटर को नियमित किया जाय।

बेगूसराय खोदावंदपुर से नितेश कुमार की रिपोर्ट