खोदावन्दपुर प्रखंड के छह भूमिहीन व भवनहीन प्राथमिक विद्यालय जो वर्तमान में किसी अन्य भवन युक्त मध्य विद्यालय में संबद्ध होकर संचालित हो रहे हैं।
डीएनबी भारत डेस्क
खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के छह भूमिहीन व भवनहीन नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों में से पांच नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों को विभाग द्वारा दूसरे विद्यालय में मर्ज कर दिया गया है। वहीं एक विद्यालय को मर्ज नहीं किये जाने से विभाग की गलत कार्यशैली पर लोग उंगली उठा रहे हैं। विभागीय कर्मी ने बताया कि भूमि व भवन के अभाव में विभाग ने यह यह कदम उठाया है। मालूम हो कि एक किलोमीटर से अधिक दूरी वाले बसावट क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए वर्ष 2006 में इन विद्यालयों की स्थापना की गई थी।
सरकार की नीति के कारण अपने भूमि और भवन के अभाव में विभाग ने यह कदम उठाया है। 2006 में इन विद्यालयों की स्थापना की गई थी। स्थापना के 18 वर्षों बाद भी भूमिहीन व भवनहीन ऐसे नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों का संविलियन शिक्षक इकाई सहित भवन युक्त विद्यालयों में कर दिया गया। इस कारण सरकार द्वारा एक किलोमीटर के भीतर प्राथमिक विद्यालय का नीतिगत फैसला भी विभाग के इस आदेश से धराशाई हो गया। संविलियन के बाद उस पोषक क्षेत्र के बच्चे एक किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर दूसरे विद्यालय में जाने को मजबूर होंगे। विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खोदावन्दपुर प्रखंड के छह भूमिहीन व भवनहीन प्राथमिक विद्यालय जो वर्तमान में किसी अन्य भवन युक्त मध्य विद्यालय में संबद्ध होकर संचालित हो रहे हैं।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट